डॉ. प्रमोद शर्मा के संस्कृत महाकाव्य ‘गोपांगनावैभवम्’ को मिला अखिल भारतीय माघ पुरस्कार
जयपुर। राजस्थान संस्कृत अकादमी ने अपने वार्षिक पुरस्कारों घोषणा करते हुए वर्ष 2022-23 में 11 विद्वानों को पुरस्कृत किया है। अकादमी की अध्यक्ष डॉ. सरोज कोचर ने बताया कि इस साल का अखिल भारतीय माघ पुरस्कार जयपुर के संस्कृत विद्वान डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा के संस्कृत महाकाव्य ‘गोपांगनावैभवम्’ को दिया जाएगा।
उन्हें पुरस्कार स्वरूप एक लाख 21 हजार रुपए की राशि तथा स्मृति चिन्ह आदि प्रदान किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि जयपुर के आचार्य नारायण शास्त्री कांकर को मरणोपरान्त उनके ग्रन्थ ‘लिंगानुशासन कोष’ को पद्मश्री डॉ. मण्डन मिश्र पुरस्कार, जयपुर के प्रो. बनवारी लाल गौड़ के ग्रन्थ ‘आयुर्वेदीय कथाष्टकम’ को पं. अम्बिका दत्त व्यास तथा जयपुर के प्रो. कुलदीप शर्मा को नवोदित प्रतिभा पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। तीनों विद्वानों को 51-51 हजार रुपए की राशि नकद प्रदान की जाएगी।
कोचर ने बताया कि वनस्थली की डॉ. अंजना शर्मा को संस्कृत विदूषी सम्मान स्वरूप 21 हजार रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि जयपुर के प्रो. ताराशंकर शर्मा पाण्डेय को भट्ट मथुरानाथ शास्त्री साहित्य सम्मान, डॉ. रामेश्वर दयाल शर्मा को पंडित जगन्नाथ सम्राट ज्योतिष सम्मान, डॉ. शंभुनाथ मिश्र को पंडित मधुसुदन ओझा वेद सम्मान, प्रो. आनंद पुरोहित को धर्मशास्त्र पौराहित्य सम्मान, बांसवाड़ा के डॉ. राकेश शास्त्री को पं. गिरधर शर्मा चतुर्वेदी दर्शन सम्मान तथा जयपुर महापुरा की डॉ. अनुपमा राजोरिया को गैर संस्कृत पृष्ठभूमि विद्वान के लिए संस्कृत कौस्तुभ सम्मान से विभूषित किया जाएगा। इन सभी विद्वानों को 11-11 हजार रुपए की नकद राशि प्रदान की जाएगी।
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