पीलीभीत: अदालत की सख्ती के बाद एक्शन, हेड मोहर्रिर समेत कई पुलिसकर्मियों पर रिपोर्ट
पूरनपुर कोतवाली से एक मुकदमे से संबंधित अष्टधातु की मूर्ति गायब होने का मामला
पूरनपुर, अमृत विचार। 17 साल पुराने मुकदमे से संबंधित भगवान गौतम बुद्ध की अष्टधातु की मूर्ति पूरनपुर कोतवाली के मालखाने से गायब होने के मामले में अदालत की सख्ती के बाद पुलिस अधिकारी हरकत में आए हैं। काफी तलाशने के बाद भी मूर्ति न मिलने पर एसपी के आदेश पर कार्रवाई की गई है। कोतवाल की तरफ से हेड मुहर्रिर समेत अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
वर्ष 2006 में कोतवाली पूरनपुर में धारा 41/102 व धारा 30 प्राचीन स्मारक एवं पुरातत्व अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया था। इस मुकदमे में नेपाल से तस्करी कर लाई गई भगवान गौतम बुद्ध की अष्टधातु की मूर्ति कोतवाली पुलिस ने सिरसा चौराहे के पास एक होटल से बरामद की थी। आरोपियों को जेल भेज दिया था।
तस्करों से बरामद अष्टधातु की बेशकीमती मूर्ति कोतवाली के मालखाने में रखी गई थी। मुकदमे से संबंधित भगवान गौतम बुद्ध की अष्टधातु की प्रतिमा न्यायालय में पेश होनी है। पूरनपुर पुलिस ने न्यायालय में यह रिपोर्ट भेजी कि थाने के मालखाने में यह मूर्ति उपलब्ध नहीं है।
सीओ पूरनपुर से तलब की गई आख्या में बताया गया कि 24 मार्च 2007 को सिपाही मजीद अहमद ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला में परीक्षण के लिए इस मूर्ति को दाखिल किया। विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा की रिपोर्ट के अनुसार संबंधित माल परीक्षण के बाद 28 अप्रैल 2009 को उप निरीक्षक हरेंद्र पाल सिंह थाना पूरनपुर ने इस माल को प्राप्त किया।
पूरनपुर कोतवाल ने न्यायालय में आख्या भेजकर बताया कि उपनिरीक्षक हरेंद्र पाल सिंह ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला आगरा से अष्टधातु की मूर्ति लाकर थाने पर 30 अप्रैल 2009 को दाखिल की। इसके बावजूद थाना पूरनपुर के माल खाना के रजिस्टर में मूर्ति का मालखाना में दाखिले के उपरांत भी इंद्राज नहीं है।
विशेष न्यायाधीश गैंगस्टर एक्ट चंद्रमोहन मिश्र ने इसे लेकर बीते दिनों आदेश पारित किया था कि भगवान गौतम बुद्ध की मूर्ति ट्रेस कराकर 7 अप्रैल 2023 तक न्यायालय में प्रस्तुत की जाए। इसके बाद से पुलिस विभाग में मूर्ति को लेकर खलबली मची हुई है। गुरुवार को मालखाना खोलने के लिए तहसीलदार ध्रुव नारायण,सीओ सुनील दत्त व एपीओ शाश्वत पांडे की एक टीम बनाई गई।
कमेटी के अलावा वर्तमान हेड मोहरर्र वीरेंद्र सिंह के सामने माल खाना का ताला तोड़कर चेक किया गया लेकिन अष्टधातु की मूर्ति नहीं मिली। अभिलेखों के आधार पर जानकारी मिली कि पूर्व में रहे हेड मुहर्रिर राजकुमार, रमेश सक्सेना द्वारा मूर्ति का चार्ज नहीं दिया गया। फिर एसपी के आदेश पर इस मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी सुनील दत्त के निर्देश पर कोतवाल आशुतोष रघुवंशी की ओर से पूर्व में तैनात रहे हेड मोहर्रर अमरनाथ यादव व अन्य के खिलाफ गबन करने की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। पूरनपुर कोतवाली में इंस्पेक्टर की तरफ से हेड मोहर्रिर एवं अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। विवेचना शुरू करा दी गई है। एएसपी की अगुवाई में टीम मूर्ति की तलाश कर रही है। जिसकी भी लापरवाही मिलती है उस पर सख्त एक्शन लिया जाएगा--- अतुल शर्मा, एसपी।
यह भी पढ़ें- पीलीभीत: साहब, बचपन से ही खराब है युवक की आंख...कराइए तो जांच
