Amethi में आरिफ के साथ रह रहा सारस पहुंचा Kanpur Zoo, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कसा था तंज
अमेठी में आरिफ के साथ रह रहा सारस कानपुर के चिड़ियाघर पहुंचा।
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अमेठी में आरिफ के साथ रह रहा सारस कानपुर पहुंचा। बाद में उसे समसपुर के पक्षी विहार में शिफ्ट किया था। यहां से लखनऊ जू में भेजा जाना था, लेकिन कानपुर प्राणी उद्यान में 15 दिन का क्वारंटाइन कराया।
कानपुर, अमृत विचार। अमेठी में अपने इंसानी दोस्त आरिफ से बिछड़ने के बाद सारस का पक्षियों के बीच मन नहीं लगा तो उसे अब कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया है। शनिवार को प्राणी उद्यान पहुंचने के बाद उसे क्वारंटीन कर दिया गया। 15 दिन तक वह अकेला रहेगा और फिर उसे चिड़ियाघर में पहले से मौजूद पांच सारसों के बीच छोड़ दिया जाएगा।
अमेठी के रहने वाले युवा किसान आरिफ के साथ पिछले एक साल से यह वयस्क सारस रह रहा था। घायल अवस्था में मिलने पर आरिफ ने उसका इलाज किया और उसे स्वस्थ भी कर लिया था। उसके बाद सारस ने उसका साथ नहीं छोड़ा। बीते मंगलवार को वन विभाग की टीम ने रेस्क्यू करते हुए आरिफ से वह सारस ले लिया और उसे समसपुर के पक्षी विहार ले गए। यहां सारस का मन नहीं लगा। उसने खाना नहीं खाया।
जब यह जानकारी वन विभाग को मिली तो फिर उसे लखनऊ जू शिफ्ट किए जाने पर विचार हुआ। लेकिन, राजनीतिक रूप से सुर्खियों में छा चुके आरिफ के इस सारस को कानपुर जू भेजने पर फैसला लिया गया। लखनऊ चिड़ियाघर के पशु चिकित्सक डॉ. ब्रिजेंद्र, रेंजर रूपेश सहित करीब चार लोगों की टीम एक जाल नुमा वाहन में उसे शनिवार की दोपहर कानपुर चिड़ियाघर लेकर आए। यहां जू टीम ने उसे 15 दिन के लिए क्वारंटीन करते हुए बाड़े में शिफ्ट कर दिया। सारस को खाने के लिए साफ्ट मीट और मछली दी जा रही है।
उसकी निगरानी के लिए जू प्रशासन ने एक कीपर भी नियुक्त कर दिया है। जो बाड़े के पास रहकर सारस की निगरानी करेगा और उसे भोजन देने के साथ उसका ख्याल रखेगा। सारस को नया नाम देने पर भी विचार चल रहा है। पशु चिकित्सक डॉ. अनुराग सिंह ने बताया कि सारस का अभी स्थान बदला है। ऐसे में उसे 15 दिन के लिए क्वारंटीन किया गया है। खाने में उसे मटन चिकन और मछली दी जा रही है।