देहरादून: मसूरी-देहरादून हाइवे पर बड़ा हादसा, 80 यात्रियों से भरी बस गिरी खाई में

Amrit Vichar Network
Published By Shweta Kalakoti
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देहरादून, अमृत विचार। रविवार दोपहर 12:00 बजे देहरादून के मैसानिक लॉज से मसूरी जा रही थी। साढ़े पांच किलोमीटर का सफर पूरा हुआ ही था कि शेरगढ़ के पास बस चालक रॉबिन सिंह को गुटका खाने की तलब लगी। उसने गुटके में तंबाकू मिलना शुरू किया। चालक का नियंत्रण बस से छूटा और बस 250 फीट गहरी खाई में जा गिरी। 

यह बस 80 यात्रियों से सवार थी। इस बस दुर्घटना में मां-बेटी की मौत हो गई और 38 यात्री घायल हो गए। घायलों में से 9 की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उनका इलाज मैक्स अस्पताल में चल रहा है। वहीं, 29 यात्रियों को देहरादून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहां उनका इलाज चल रहा है। 

सवार यात्रियों के अनुसार, बस चालक रोबिन सिंह काफी तेज गति और लापरवाही से बस चला रहा था। रोबिन सिंह छुटमलपुर, सहारनपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। कुछ यात्रियों ने लापरवाही वाली ड्राइविंग को लेकर उसे टोका भी, लेकिन रोबिन ने अनसुना कर दिया। शेरगढ़ मोड़ पर चालक बस से नियंत्रण खो बैठा। बस सड़क के किनारे बनी बैरिकेडिंग को तोड़ती हुई खाई में जा गिरी।

आईटीबीपी के जवानों के साथ ही मसूरी कोतवाली पुलिस अग्निशमन और एसडीआरएफ की टीम ने स्ट्रेचर और घायलों को खाई से बाहर निकाला।गंभीर घायलों को देहरादून के मैक्स अस्पताल और दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया। अन्य घायलों को उप जिला चिकित्सालय मसूरी ले जाया गया। वहां प्रारंभिक उपचार के बाद उन्हें दून मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया।

 मैक्स अस्पताल लाए गए घायलों में बाराकैंची, मसूरी की रहने वाली 40 वर्षीय सुधा लखेरा, पत्नी सुधाकर लखेरा और उनकी 15 वर्षीय बेटी महक को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घायलों में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के यात्री भी शामिल है।

दुर्घटनाग्रस्त बस उत्तराखंड परिवहन निगम में देहरादून-सहारनपुर रूट के लिए रजिस्टर्ड थी। रविवार को मसूरी जाने वाले यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण इसे मसूरी भेजा गया था। चालक को पर्वतीय क्षेत्र में बस चलाने का अनुभव नहीं था। वह मैदानी रूटों पर बस चलाता था। 

 

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