Uttarakhand News: भोज पत्र पर झलकेगी बदरी विशाल की आरती, सिखाये जा रहे भोज पत्र के रचनात्मक प्रयोग
चमोली, अमृत विचार। मानव शिक्षा, लेखन और पूजा में आदिकाल से महत्वपूर्ण भोज पत्र पर अब भगवान बदरी विशाल की आरती, बद्रीनाथ और धार्मिक जगत के प्राचीन ग्रंथों के श्लोक, दिव्य और पवित्र श्रृंगार के लिए भोज पत्रों की माला इसके कद्रदानों को उपलब्ध हो सकेगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत भोज पत्र कैलीग्राफी प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्रामीणों को भोज पत्र के रचनात्मक प्रयोग के हुनर सिखाये जाने का कार्य चमोली जिले के सीमांत गांवों में चल रहा है।
कैलिग्राफी ट्रेनिंग प्रोग्राम में बढ़ रही रुचि
आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनने में मिलेगा सहयोग
जिला विकास अधिकारी डॉ महेश कुमार ने कहा कि आने वाले समय में समूह के माध्यम से भोज पत्र की इन सुन्दर कला कृतियों को बद्रीनाथ मे यात्रियों को उपलब्ध करवाया जाएगा, जिससे महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को आर्थिक आत्मनिर्भर बनने में सहयोग मिलेगा।
आत्म निर्भर बनने के लिए महत्वपूर्ण अवसर
भोज पत्रों पर कैलिग्राफी का प्रशिक्षण लिये मंजू देवी, लक्ष्मी राणा, दीपा डुंगरियाल, सुनीता राणा, मीनाक्षी चौहान, शशि थपलियाल, इंदु बिष्ट, बबली राणा, गंगा राणा, रूपा राणा, ममता व शकुंतला देवी ने बताया निःसंदेह भोज पत्र के रचनात्मक कार्य और इस पर कैलिग्राफी सृजन कला और आर्थिकी की आत्म निर्भरता के लिए महत्वपूर्ण अवसर है।
बद्रीनाथ के महात्म्य को लिखा एक सुंदर चित्रण पीएम मोदी कर चुकीं हैं भेट
भोज पत्र पर धर्म ग्रंथों और बद्रीनाथ के महात्म्य को लिखा एक सुंदर चित्रण, गत वर्ष बद्रीनाथ और भारत के पहले गांव व वाईब्रेंट क्षेत्र माणा में आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को स्वयं सहायता समूहों ने भेंट की, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खूब सराहा।
भोज पत्र की माला पहनने पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की सराहना
हाल ही में सीमांत क्षेत्र मलारी में आये केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया को क्षेत्र के ग्रामीणों ने स्वागत में जब भोज पत्र की माला पहनाई तो केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी स्थानीय लोगों की इस संस्कृति की सराहना की।
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