कासगंज: भगवान वराह की धरा पर बही योग की गंगा, हजारों ने लगाई सेहत की डुबकी
कासगंज, अमृत विचार। भगवान वराह की धरा है। यहां सनातन धर्म की आस्था महकती है और इस आस्था के बीच जब सनातन संत योग के लिए पहुंचते हैं फिर तो माहौल कुछ अलग ही हो जाता है। जिले में पहली बार विश्व योग गुरु बाबा रामदेव कासगंज पहुंचे। यहां उन्होंने शनिवार की सुबह शहर के सोरों रोड स्थित बारह पत्थर मैदान पर योग कराया। बाबा से योग का मंत्र लेने के लिए हजारों की संख्या में लोग पहुंचे और योग की गंगा में सेहत की डुबकी लगाकर अपने आपको को गौरवांवित महसूस किया।
स्वामी रामदेव के आगमन के साथ ही कासगंज की धरती योगमय हो गई। तीन दिन तक चलने वाले योग महाकुंभ के पहले दिन शिविर स्थल में हजारों की तादाद में लोग स्वामी रामदेव के सानिध्य में योग कर निरोग रहने का संकल्प लेने पहुंचे। योग गुरु के पहुंचने से पहले ही दस हजार से ज्यादा शहरी एवं ग्रामीण लोग बारह पत्थर मैदान में डेरा जमा कर योग ऋषि के पहुंचने की प्रतीक्षा करने लगे। सुबह 4:50 मिनट पर योग गुरु के आगमन के साथ ही बारह पत्थर मैदान में ओम की ध्वनि से गूंजने लगा। स्वामी रामदेव ने 5:53 मिनट पर योग कराना शुरु किया मैदान के बीच उत्साह से लवरेज लोगों ने योग गुरु के साथ दंड बैठक से योग की शुरुआत की और फिर सूर्य नमस्कार के माध्यम से कई प्रकार के योग कराते हुए भुजंगासन, मण्डुकआसन, समेत कई आसन कराए । स्वामी रामदेव ने आसन से होने वाले रोगों के निवारण को भी लोगों को बताया इसके बाद कपालभात्ति, अनुलोम विलोम, भ्रामरी आदि प्रणायाम के माध्यम से लोगों को निरोग रहने की सीख दी ।
दानदाताओं से किया परिचय, दिया आशीर्वाद
योग गुरु स्वामी रामदेव 4:45 पर मंच पर पहुंचे और वहां पहुंचकर उन्होने शहर के भामाशाहों को आशीर्वाद दिया। स्वामी रामदेव ने सभी भामाशाहों एवं गणमान्य नागरिकों को तुलसी की माला पहनाकर स्वागत सत्कार कर आश्रीवाद प्रदान किया। आश्रीवाद लेने वालों में उमांशकर शर्मा, पदम माहेश्वरी, अजय गुप्ता, पंकज माहेश्वरी, राजीव शर्मा, शशिलता चौहान,नरेश नंदन, डा. शिव नंदन समेत कई गणमान्य नागरिकों को एवं कार्यकर्ता को आशीर्वाद प्रदान किया ।
योग शुरू होने से पहले मुख्य मंच और मैदान में किया गया यज्ञ
योग शुरू होने से पहले बारह पत्थर मैदान में पतंजलि योगपीठ के वेदाचार्यों द्वारा यज्ञ कर शिविर स्थल पर यज्ञ कर यज्ञ देवता से योग साधना की अनुमति ली गई। इसके बाद योगासन शुरू हुआ।
कार्यकर्ता निभा रहे थे प्रशिक्षक की भूमिका
योग शिविर के दौरान स्वामी रामदेव लोगों को विभिन्न प्रकार के आसन करा रहे थे। इस दौरान मैदान में मौजूद कई लोग आसन में गलतियां भी करते दिखे ऐसे में मैदान में तैनात प्रशिक्षित योगाचार्य गलती कर रहे लोगों को आसन की सही विधि बताते हुए दिखे। मैदान के बीचो बीच एक अंतराल के बाद निश्चित दूरी पर पतंजलि योगपीठ हरिद्वार से आए योग प्रचारक भी योग करते रहे जिससे स्वामी जी की दृश्यता के अभाव में आसपास बैठे लोग उन्हें देखकर ठीक आसन कर सकें।
योग को लेकर स्कूली बच्चों में भी दिखा उत्साह
योग शिविर के प्रथम दिन स्कूली बच्चों में गजब का उत्साह देखने को मिला। मैदान के प्रत्येक कोने में स्कूली बच्चे योग करते नजर आए। वही छोटे-छोटे बच्चे अपने परिजनों के साथ योग मैदान में पहुंचे और उन्होंने बड़ी दिलचस्पी के साथ स्वामी रामदेव द्वारा कराए जा रहे हैं आसन एवं प्राणायाम को बड़ी सरलता पूर्वक किया।
रात तीन बजे से ही सड़कों पर चहल कदमी
योग के मैदान में जल्दी पहुंचकर आगे स्थान घेरने, बाबा के दर्शन और आशीर्वाद लेने के साथ ही समीप से योग क्रिया सीखने के लिए लोगों में उत्साह था। योग सुबह पांच शुरू होना था, लेकिन मैदान पर पहुंचकर आगे की पंक्ति में स्थान पाने के लिए लोग सुबह तीन बजे से ही घर से निकल लिए। सड़कों पर चहल कदमी दिखाई दी।
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