कासगंज: विश्वभर में सनातन धर्म का गौरव बढ़ा रहा है योग- बाबा रामदेव
पूरी दुनिया में लहरा रहा है पुरखों की विद्या का परचम ,राष्ट्रवादी सरकार ने मिटा दी है गुलामी की निशानी
कासगंज, अमृत विचार। विश्व योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि सनातनी संत ने योग के माध्यम से भारत को विश्व पटल में एक नई पहचान दिलाई। पूरी दुनिया में सनातन धर्म और पुरखों की विद्या का परचम लहराया। नई पहचान मिली। राष्ट्रवादी सरकार ने गुलामी की निशानी को मिटाते हुए देश को विश्व में नई पहचान दिलाने का भी प्रयास किया है। आज इस बात के तमाम प्रमाण है कि योग ने लोगों को निरोग बना दिया। बाबा रामदेव ने सीधे-सीधे सरकार और विपक्ष पर ना कोई तंज कसा ना बढ़ाई की। उन्होंने संकेतों के माध्यम से केंद्र सरकार के प्रयासों की सराहना भी की।
शहर के नदरई गेट स्थित कृष्णा पैलेस में बाबा रामदेव पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। यहां उन्होंने सबसे पहले यहां की धरा को नमन किया। फिर कहा कि कासगंज में पहली बार आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। तीन दिवसीय योग शिविर में एक नया इतिहास रच कर जाएंगे। ऐसी नींव डाल कर जाएंगे कि लोग योग के माध्यम से स्वस्थ होंगे, स्वाबलंबी होंगे और आत्मनिर्भर भी बनेंगे।
उन्होंने कहा कि लोगों को जब सनातन बोध के साथ आत्मबोध हुआ और फिर योग की क्रांति आ पड़ी। शिक्षा और चिकित्सा आजादी के बाद से अब तक एक सपना बनी हुई है। हमने अब निर्णय लिया है कि इस सपने को सकारात्मक नतीजे में परिवर्तित करेंगे। उन्होंने कहा कि एलोपैथी ने लोगों की जिंदगी को नर्क बना दिया। ड्रग माफिया लोगों को खोखला करते रहे। एलोपैथी से लूटतंत्र प्रभावी हुआ। पूरी दुनिया यहां तक कि डब्ल्यूएचओ ऐसा कार्य नहीं कर पाया जो एक सनातनी संत ने कर दिया। विश्व पटल पर योग को स्थापित किया।
उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा बोर्ड का गठन भारत सरकार ने किया है और इसके संचालन का जिम्मा पतंजलि योग समिति पर है। हम इस बोर्ड के माध्यम से संस्कृति और संस्कारों की शिक्षा की नींव तैयार करेंगे। पूछे गए प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भारतीय शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम से मुगलों के इतिहास से छेड़छाड़ का हमारा कोई उद्देश्य नहीं है। आज भी भारत का जो मुसलमान है वह 90 प्रतिशत परिवर्तित है। यहां के मुसलमान को अपने आपको बाबर और औरंगजेब से नहीं बल्कि सीधे भारत से जोड़ना होगा, क्योंकि मुगल आक्रांता थे।
सनातन संगीत जीवन में लाता है बदलाव
बाबा रामदेव ने कहा कि तीन दिवसीय योग शिविर के दूसरे दिन शाम को सनातन संगीत कार्यक्रम का आयोजन होगा। इस संगीत कार्यक्रम के आयोजन के पीछे कारण है लोगों के जीवन में बदलाव लाना, क्योंकि सनातन संगीत जीवन में बड़ा बदलाव लाता है। महंगाई को लेकर पूछे गए प्रश्न के उत्तर में बाबा रामदेव ने कहा यह तो केंद्र सरकार ही बताएगी। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के सवाल पर बाबा रामदेव ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया। वह बोले यह तो व्यवस्था है।
जिनके मानस में खोट है उन्हें रामचरितमानस में खोट दिख रहा
बाबा रामदेव ने कहा कि जिन लोगों के मानस में खोट है उनको रामचरितमानस में खोट दिखाई दे रहा है। सभी पुराण और ग्रंथ हमने भी पढ़े हैं। सभी का एक ही उद्देश्य है। इतना जरूर है कि कुछ भिन्नता है, जिनको दूर करने की जरूरत है और यह सब करने की जिम्मेदारी हमारी सबकी है। हम इस ओर विचार करे रहे हैं।
भारतीय संस्कृति के प्रति नकारात्मक सोच बदलेगा शिक्षा बोर्ड
बाबा रामदेव के साथ भारतीय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन एनपी सिंह भी कासगंज आए हैं। उन्होंने बाबा रामदेव से हुई पत्रकार वार्ता के बाद संबोधन दिया। कहा कि भारतीय शिक्षा बोर्ड सीबीएसई, एनसीईआरटी से भिन्न होगा। यह बोर्ड भारतीय संस्कृति के प्रति बच्चों में जो नकारात्मक सोच बढ़ती है उसमें बदलाव करेगा। बच्चा सिर्फ न्यूटन का नियम नहीं पड़ेगा। उससे पहले वह भारतीय संस्कृति को पढ़ेगा। मैकाले शिक्षा नीति ने नौकरीपरक शिक्षा को बढ़ावा दिया, तत्वपरक शिक्षा से दूरी बानी। भारतीय शिक्षा बोर्ड संस्कृतिकरण की मजबूत नींव तैयार करने के लिए बनाया बनाया गया है। इस बोर्ड के विद्यालयों में ऐसी शिक्षा मिलेगी जो देश में नया बदलाव लाएगी।
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