बरेली: धरना देने से रोका तो भड़के तौकीर रजा, बोले- धारा 144 का उलंघन कर रहे... हमें गिरफ्तार क्यों नहीं करती पुलिस
बरेली, अमृत विचार। प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के हत्याकांड के बाद बरेली में इत्तेहाद ए मिल्लत काउंसिल प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खान ने कानून व्यवस्था के खिलाफ बरेली में आज धरना देने का ऐलान किया था। जिसके लिए मौलाना की तरफ से प्रशासन से धरना करने की अनुमति के लिए भी लिखा गया था।
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वहीं आज सुबह धरनास्थल पर रवाना होने से पहले ही पुलिस अधिकारियों ने फोर्स के साथ उन्हें आवास पर रोक लिया। इस दौरान उन्हें प्रशासन की तरफ से जानकारी दी गई कि उन्हें धरना प्रदर्शन की कोई अनुमति नहीं हैं, क्योंकि समूचे प्रदेश में धारा 144 लागू है। जिसके बाद मौलाना के समर्थकों और पदाधिकारियों ने उत्तर प्रदेश पुलिस मुर्दाबाद जैसे तमाम नारेबाजी की।
इस दौरान मौलाना तौकीर रजा खां जिंदाबांद के नारे लगाते हुए धरना स्थल तक जाने का प्रयास किया गया। लेकिन पुलिस फोर्स ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके बाद मौलाना तौकीर रज़ा खान ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि उन्होंने भीड़ इकट्ठी करके धारा 144 का उल्लंघन किया गया। इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
इसके लिए मौलाना तौकीर रज़ा खां और उनके संगठन के पदाधिकारियों ने दोनों हाथ ऊपर करके पुलिस से गिरफ्तार करने को कहा। इस दौरान माहौल पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खां और संगठन के पदाधिकारी डॉ नफीस खान, नदीम खान, मुनीर इदरीसी, नदीम कुरैशी को शाम 5 बजे तक के लिए हाउस अरेस्ट कर लिया।
इस दौरान आईएमसी के पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम खान ने कहा कि उनका संगठन धरना-प्रदर्शन को लेकर हमेशा सूचनार्थ पत्र भेजते रहे हैं, लेकिन इस बार जिला प्रशासन की तरफ से उन्हें अनुमति नहीं दिए जाने संबंधी कोई लिखित जानकारी नहीं दी गई। जिसके आधार पर वह धरना की तैयारियों में लगे रहे। लेकिन मौलाना तौकीर रजा खां के रवाना होने से पहले ही बड़ी संख्या में फोर्स ने उन्हें रोक लिया और आगे नहीं बढ़ने दिया।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का खस्ताहाल है, कहीं किसी की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वहीं मौलाना तौकीर रज़ा खां ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में मनहूसियत का दौर चल रहा है, कोई भी कुछ सुनने और अच्छा काम करने को तैयार नहीं है। अगर कोई अच्छा काम या अच्छी बात कहना चाहता है तो उसे बलपूर्वक रोक दिया जाता है।
मौलाना ने कहा कि प्रदेश में सरकार ने जबर्दस्ती धारा 144 लगाई है। हमें जबरन रोका गया है, धरनास्थल तक नहीं पहुंचने दिया गया। वहीं अतीक अहमद की हिमायत में नहीं, बल्कि विकास दुबे से लेकर आज तक जिनती हत्या या फेक एनकाउंटर किए गए हैं, उनके खिलाफ शांतिपूर्वक धरना देकर अपनी मांगें उठाना चाह रहे थे। लेकिन मुझे धरना नहीं देने दिया गया है।
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