पीलीभीत: चुनाव से पहले धार्मिक रूप ले रही बगावत, जिलाध्यक्ष बोले- दावेदार ने किया धार्मिक ग्रंथ का अपमान, मांफी मांगे, देखें वीडियो
पीलीभीत, अमृत विचार। नगर निकाय चुनाव में अध्यक्ष पद पर टिकट की घोषणा किए जाने के बाद बागी बनकर मायूस दावेदारों की बगावत अब धार्मिक रूप लेती दिखाई दे रही है। भ्रष्टाचार से जुड़े तमाम संगीन आरोप-प्रत्यारोपों के बीच अब इसे धार्मिक रूप दे दिया गया है।
शनिवार को एक होटल में सपा के पूर्व प्रदेश सचिव सतनाम सिंह सत्ता ने सिख समाज के करीब दर्जन भर लोगों के साथ प्रेसवार्ता की। हालांकि उन्होंने सपा नेता के नाते नहीं, बल्कि गुरुद्वारा साहिब छेवी पातशाही के सदस्य और सिख समाज का होने के नाते प्रेसवार्ता करने की बात कही। कहा कि जिस तरह से सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा पर आरोप लगे हैं।
पूर्व चेयरमैन राजीव अग्रवाल टीटी ने यह कहा है कि जिलाध्यक्ष गुरुग्रंथ साहिब को उठाकर कहें तो उनके लगाए आरोप गलत है। उसके बाद भी जिलाध्यक्ष ने न तो ऐसा किया है, न ही संतोषजनक जवाब दिया। इससे सिख समाज में आक्रोश होना बताया।
उधर, इसके कुछ देर बाद ही सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने मीडिया से रुबरु होते हुए अपनी बात खुलकर रखी। उनका कहना था कि टिकट चयन राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा किया गया है। कोई भी धार्मिक ग्रंथ हो या फिर धार्मिक स्थल...मेरा मानना है कि उसे राजनीति में नहीं लाना चाहिए, न ही मैं इसमें विश्वास रखता हूं। सबसे पहले तो राजीव अग्रवाल टीटी ने हमारे धार्मिक ग्रंथ श्रीगुरुग्रंथ साहिब को पुस्तक बताया है। उसके लिए उन्हें सबके सामने आकर मांफी मांगनी चाहिए।
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— Amrit Vichar (@AmritVichar) April 22, 2023
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे धर्म में होटलों में बैठकर मीटिंग नहीं होती। गुरुद्वारा साहिब में बात होती है। सतमान सिंह सत्ता पर बोलते हुए कहा कि उनका राजीव अग्रवाल टीटी से आर्थिक या निजी स्वार्थ होगा। अब टिकट न मिलने पर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। जबकि उनके ऊपर भी कितने मुकदमे दर्ज रहे हैं।
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