लखनऊ : करोड़ाें खर्च के बाद भी जनता झेलती है जलभराव की समस्या, नगर निगम ने शुरू की शहर में नाला सफाई

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Published By Pradumn Upadhyay
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अमृत विचार, लखनऊ । नाले और नालियों की सफाई पर नगर निगम हर साल करोड़ों रुपये खर्च करता है फिर भी जनता जलभराव की समस्या झेलती है। बारिश से शहर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने इस बार भी नाला सफाई का काम शुरू कर दिया है। नाला और नालियों की सफाई के नाम पर बंदरबांट ज्यादा होती है। कागजों पर नालों की सफाई हो जाती है लेकिन जलभराव की समस्या जस की तस रहती है।

शहर में लगभग 88 बड़े नाले और लगभग 500 मझले नाले हैं। इसके अलावा लगभग 1200 नालियां हैं। नगर निगम का दावा है कि बड़े नालों की सफाई आरआर विभाग मशीनों से कराता है। मझले नालों की सफाई मुख्य अभियंता द्वारा कराया जाता है। इसके अलावा नालियों की सफाई नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग कराता है। नगर निगम ने पिछले साल भी नालों और नालियों की सफाई पर लगभग 45 करोड़ रुपये खर्च किये थे। इसके बावजूद शहर में बारिश से जगह-जगह जलभराव की समस्या जनता को झेलनी पड़ी। सूत्र बताते हैं कि नाला और नालियों की सफाई पर अधिकारी, अभियंता और ठेकेदार खेल करते हैं। कागजों पर ही सफाई और भुगतान भी हो जाता है।

निरीक्षण में मिलती है गड़बड़ी

नाला और नालियों की सफाई के दौरान निरीक्षण में गड़बड़ी मिलती है। पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया ने नाला सफाई के निरीक्षण में कई बार गड़बड़ी पकड़ी। ठेकेदार पर जुर्माना लगाने के साथ दोबारा नाला सफाई के निर्देश दिए। कई इलाकों में तो नाले सफाई के बाद भी चोक रहते हैं। जिससे बारिश के समय नाले और नालियों से गंदगी बहकर सड़क पर फैल जाती है। नाले और नालियां चोक होने से सड़कों पर घुटनों तक जलभराव हो जाता है।

नालों पर अतिक्रमण भी बड़ी समस्या

नालों और नालियों पर अतिक्रमण से भी बारिश में जलभराव की समस्या होती है। अतिक्रमण होने से नालों और नालियों की सफाई नगर निगम नहीं करा पाता है। इसके अलावा नालों में लोग कूड़ा डाल देते हैं। जो नालों में फंस जाती है। लोग नालियों पर रैम्प बनाकर अतिक्रमण कर लेते हैं। जिससे कालोनियों और घनी आबादी में भी नालियों की सफाई नहीं हो पाती है।

आगामी वर्षा ऋृतु को देखते हुए शहर में नालों की सफाई का कार्य अभी से शुरू हो गया है। कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए मौके का संबंधित जोनों के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया जाएगा। जहां नाले और नालियों की सफाई में अतिक्रमण से समस्या हो रही है, उन्हें तोड़ा जाएगा। नाला सफाई का कार्य पूरा होने के बाद सत्यापन भी किया जाएगा।
अभय पांडे
अपर नगर आयुक्त

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