जसपुर: गुलदार ने वनकर्मी पर हमला कर किया घायल
मादा गुलदार दो शावकों के साथ घुसा मक्के के खेत में
इस घटना से लोगों में दहशत का माहौल, वन विभाग नहीं पकड़ा पाया गुलदार
जसपुर, अमृत विचार। एक मादा गुलदार दो शावकों के साथ आबादी क्षेत्र में मक्का की फसल में घुस गई। जिसने मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम के एक कर्मचारी पर हमला कर घायल कर दिया। इस घटना से लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
जसपुर क्षेत्र जंगल से सटा हुआ है। जिस कारण पिछले कई वर्षों से जंगली जानवरों का आतंक मचा हुआ है। रविवार को एक खूंखार मादा गुलदार 2 शावकों के साथ गांव पतरामपुर गांव से कुछ दूर खेतों में स्थित फार्म हाउस निवासी बलदेव सिंह पुत्र महेंद्र सिंह व सोडी सिंह पुत्र बख्शीश सिंह आदि लोगों के फार्म हाउसों से सटे बलदेव सिंह के गन्ने के खेत में घुस गई।
उसके बाद वह गन्ने के खेत से निकल कर वह फार्म हाउसों के रास्ते से सटे बलदेव सिंह में खड़ी की मक्का की फसल में घुस गई। जिसे खेत में काम करने वाले मजदूरों ने मादा गुलदार व उसके शावकों को गन्ने के खेत निकलकर मक्का की फसल में घुसते समय देखा लिया और शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर आसपास के फार्म हाउसों के लोगों में हड़कंप मच गया और वे बुरी तरह घबरा गए।
उन्होंने इस घटना की सूचना तुरंत पास स्थित वन विभाग की जसपुर दक्षिणी वन रेंज कार्यालय को दी। इस पर वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और उसने मक्का की फसल को घेर लिया, जिसमें अपने शावकों के साथ मादा गुलदार घुसी हुई थी। इसी दौरान खूंखार मादा गुलदार वन विभाग की टीम में शामिल दैनिक वेतन भोगी वन कर्मी पतरामपुर निवासी सुलेमान पर हमला कर दिया। इस पर उसने चीख-पुकार मच गई।
उसकी चीख-पुकार सुनकर वन विभाग की टीम के अन्य सदस्यों किसी तरह उसे बचाया। मादा गुलदार ने पंजे मार गंभीर रूप से घायल कर दिया। वन विभाग की टीम ने उसे तत्काल जसपुर सीएचसी ले जाकर उसका उपचार कराया। घटना स्थल के आसपास के लोगों ने बताया कि मादा गुलदार वन कर्मी पर हमला करने के बाद भी मक्का की फसल से बाहर नहीं निकली और उसी के अंदर घुसी रही।
वन विभाग की टीम मौके से चली गई, जिससे आसपास के लोग दहशत से रातभर अपने घरों में कैंद रहे। सोमवार को भी लोगों में मादा गुलदार के मक्का की फसल में ही घुसे होने की आशंका से खासी दहशत बनी रही। लोग घरों बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। उन्होंने वन विभाग से मांग की है कि इस खूंखार मादा गुलदार को पकड़कर जंगल में छोड़ा जाए, ताकि वे दहशत से उबर सकें।
वन विभाग की टीम कर रही निगरानी
घटना स्थल के आसपास के लोगों ने बताया कि घटना के बाद वन विभाग की टीम घटना स्थल के आसपास बार-बार गश्त कर निगरानी कर रही है। लेकिन, उसने मादा गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजड़ा नहीं लगाया।
पहले भी कई बार देखा गया गुलदार
घटना स्थल के पास रहने वाले सोढी सिंह ने बताया कि उन्होंने 12 मई को रात्रि करीब डेढ़ बजे अपने घर के पीछे गुलदार को घूमते हुए देखा था व 13 मई को भी उन्होंने गुलदार को रात्रि करीब 8 बजे घर के पास रास्ते के किनारे बैठे देखा था। जब वे पतरामपुर से अपनी दुकान बंद करके अपने घर जा रहे थे।
