
Kanpur News : सेतू निगम पर केस्को का 70 लाख बकाया, पुल निर्माण में बाधा बन रहे खंभे, तार व ट्रांसफार्मर
कानपुर में सेतू निगम पर केस्को का 70 लाख रुपये बकाया है।
कानपुर में सेतू निगम पर केस्को का 70 लाख रुपये बकाया है। पुल निर्माण में खंभे बाधा बन रहे, तार व ट्रांसफार्मर केस्को शिफ्ट कर रहा है।
कानपुर, अमृत विचार। राज्य सेतू निगम द्वारा जयपुरिया रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें केस्को अपना पहले चरण का काम लगभग पूरा कर चुका है, जिसका निगम ने केस्को को करीब 70 लाख रुपये का भुगतान नहीं किया। भुगतान व रेलवे से अनुमति मिलने के बाद केस्को अपना दूसरे चरण का काम शुरू करेगा।
जयपुरिया क्रासिंग पर लगने वाले जाम से लाखों लोगों को निजात दिलाने के लिए यहां पर आठ सौ मीटर लंबा और 7.50 मीटर चौड़े रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। पुल का निर्माण कार्य बीते 14 माह पहले शुरू हुआ था, जिसका काम अभी तक पूरा नहीं हो सका है। जबकि निर्माण कार्य काफी धीमा चलने की जानकारी पर मंगलवार को राज्य सेतु निगम के महाप्रबंधक मिथिलेश कुमार ने परियोजना प्रबंधक अंसारी व सहायक अभियंता अरविंद सागर के साथ पुल का निरीक्षण भी किया था।
निर्माण में खामियां मिलने पर ठेकेदार विजय प्रताप सिंह को सुधार के निर्देश दिए थे। तभी ठेकेदार ने पूरा ठीकरा केस्को पर फोड़ दिया था और सहयोग न करने की बात कही थी। जबकि केस्को के अधिकारियों व ठेकेदार का कहना है कि पहले चरण में शामिल पांच सौ मीटर का काम लगभग पूरा हो चुका है। पांच सौ मीटर में लगे करीब 10 खंभे व तार हटाने के साथ अंडरग्राउंड केबिल बिछाने का काम चालू है। इसके साथ ही शनिवार को ट्रांसफार्मर शिफ्ट करने का कर्मचारियों ने किया है।
अब केस्को को जयपुरिया क्रासिंग से एसबीआई कॉलोनी तक काम करना है। क्रासिंग के नीचे अंडर ग्राउंड केबिल बिछाने के लिए केस्को को रेलवे से अनुमति मिलने का इंतजार है। अधिकारी के मुताबिक राज्य सेतू निगम पर 70 लाख रुपये का बकाया है, जिसे अभी तक दिया नहीं गया है। इसके बाद भी केस्को अपना काम कर रहा है।
केस्को को मिल चुके एक करोड़
राज्य सेतु निगम के महाप्रबंधक शैलेंद्र के मुताबिक ओवरब्रिज निर्माण में केस्को के सहयोग नहीं करने से काम धीमा हो गया है। बिजली के तार सबसे बड़ी समस्या का कारण है। पूरे क्षेत्र की इलेक्ट्रिक सप्लाई अंडर ग्राउंड होनी है। विभाग केस्को को एक करोड़ रुपये दे चुका है, लेकिन 14 महीनों में सिर्फ छह व सात खंभों की लाइन अंडरग्राउंड हो सकी है।
जयपुरिया पुल का निर्माण में केस्को पूरा सहयोग कर रहा है, पहले चरण का काम लगभग पूरा हो गया है। दूसरे चरण में रेलवे से अनुमति मिलनी है और निगम पर 70 लाख रुपये का बकाया भी है। इसके बावजूद केस्को अपना काम कर रहा है।- ललित कृष्ण, केस्को पीआरओ
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