प्रतापगढ़ : जिला अस्पताल में डाक्टर से मारपीट, दो घंटे बंद रही इमरजेंसी

प्रतापगढ़ : जिला अस्पताल में डाक्टर से मारपीट, दो घंटे बंद रही इमरजेंसी

अमृत विचार, प्रतापगढ़ । राजा प्रताप बहादुर जिला अस्पताल के इमरजेंसी में दुर्घटना में घायल का इलाज कराने गए अधिवक्ता ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए चिकित्सक के साथ अभद्रता और मारपीट की, अस्पताल में जमकर हंगामा हुआ। इसके बाद अधिवक्ता अपना मरीज लेकर निजी चिकित्सक के पास ले गए। हंगामे को लेकर चिकित्सकों में खासा आक्रोश है। अस्पताल में डाक्टरों ने दो घंटे इमरजेंसी बंद रखी।

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मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल व सीएमएस के समझाने पर चिकित्सक दो घंटे बाद काम पर लौट आए। मंगलवार की देर शाम करीब साढ़े छह बजे प्रताप बहादुर जिला अस्पताल की इमरजेंसी में किसी मरीज को लेकर आए एक अधिवक्ता इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर आपे से बाहर हो गए। ड्यूटी पर तैनात डाक्टर सचिन मौर्य का आरोप है कि उनके साथ अधिवक्ता ने मारपीट की, इसे लेकर वहां काफी देर तक हंगामा हुआ। इस बात से नाराज डाक्टरों ने दो घंटे इमरजेंसी बंद रखी। सूचना पर मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. सलिल श्रीवास्तव और सीएमएस डा. सुरेश सिंह मौके पर पहुंचे। प्राचार्य ने डाक्टरों को समझाया बुझाया, कहा कि तीन दिन के भीतर यदि पुलिस कार्रवाई नहीं करती ताे डाक्टरों के साथ वह भी हड़ताल में शामिल होंगें। प्राचार्य के समझाने पर डाक्टर मान गए और कामकाज शुरू कर दिया।

प्राचार्य ने बताया कि अस्पताल में डाक्टरों के साथ प्राय: मारपीट की घटनाएं हो रही हैं। इसके विरोध में डाक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी थी। शहर कोतवाल को तहरीर दी गई है। कोतवाल सत्येंद्र सिंह ने बताया कि नामजद तहरीर मिली है, जांच कर मूकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं इमरजेंसी में डाक्टर से मारपीट के बाद अस्पताल आने वाले मरीज परेशान हुए। इमरजेंसी बंद देख वे तड़पते रहे। दो घंटे के भीतर करीब छह मरीज अस्पताल पहुंचे थे। जब डाक्टरों ने कामकाज शुरू किया तो उनका इलाज शुरू हो सका। इस दौरान मरीज के साथ उनके साथ आए तीमारदार भी परेशान रहे।

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