हल्द्वानी: उठा ले गए कार और ऑटो, पुलिस ने चुन-चुनकर उखाड़े अतिक्रमण
एंटी न्यूसेंस स्क्वॉड ने सुबह सिंधी चौक से शुरू हुआ अभियान दोपहर तक चला, एसटीएच तक अतिक्रमण का कचरा साफ
95 लोगों पर ताबड़तोड़ चालानी कार्रवाई, सीज कर दिया ई-रिक्शा पुलिस ने गुरुवार से शुरू किया है एक सप्ताह का विशेष अभियान
हल्द्वानी, अमृत विचार। रामपुर रोड पर अतिक्रमण का कचरा साफ करने निकली पुलिस ने किसी की नहीं सुनी। लोग नाराज जरूर हुए, लेकिन आईजी के आदेश पर एक्शन में आई एंटी न्यूसेंस स्क्वॉड ने न तो वाहनों की बख्शा और न ही सड़क किनारे काबिज फड़ और खोखे वालों को।
चुन-चुन कर कार्रवाई की गई, ताबड़तोड़ चालान किए गए। कार और ऑटो को पहली बार पुलिस ढोकर ले गई। कुल मिलाकर गुरुवार को सिंधी चौक से एसटीएच तक सड़क और सड़क के किनारों को साफ कर दिया गया।
बता दें कि इसको लेकर आईजी डॉ.निलेश आनंद भरणे ने बुधवार को यातायात पुलिस और एंटी न्यूसेंस स्क्वॉड की टीम के साथ कैंप कार्यालय में बैठक की थी और अतिक्रमण के खिलाफ एक सप्ताह के विशेष अभियान के आदेश दिए थे।
जिसके तहत टीम सुबह ही सड़क पर उतर आई और सिंधी चौक से कार्रवाई की शुरुआत की गई। टीम ने सड़क पर, सफेद पट्टी के बाहर और फुटपाथ पर खड़े किसी भी वाहन को नहीं छोड़ा। हर एक का चालान किया गया और दोपहर बाद तक पुलिस ने वाहनों पर 62 चालान चस्पा किए।
जबकि 12 वाहनों के 81 पुलिस एक्ट में चालान कर साढ़े 7 हजार रुपए जुर्माना वसूल किया गया। इसके साथ ही 20 वाहनों के एमवी एक्ट में चालान कर 10 हजार रुपए जुर्माना वसूला किया। चालान कार्रवाई करते सिंधी चौक से आगे बढ़ी पुलिस ने ऐसे दुकानदारों के चालान भी किए, जिन्होंने फुटपाथ तक अपना बारदाना फैला रखा था।
सड़क पर खड़े मिले 1 ई-रिक्शा को पुलिस ने कागज न मिलने पर सीज कर दिया। जबकि 1 मोटर साइकिल का कोर्ट का चालान किया गया। कुल मिलाकर सिंधी चौक से लेकर एसटीएच तक का सारा अतिक्रमण पुलिस ने करीब 5 घंटे चली कार्रवाई के दौरान साफ कर दिया।
साफ-सुथरा नजारा देख लोगों ने की काम की तारीफ
दिन के किसी भी वक्त सुशीला तिवारी के सामने से गुजरना चुनौती भरा होता है, क्यों कि यहां दिन के ज्यादातर वक्त या तो जाम रहता है या फिर वाहनों को रेंग-रेंग कर चलना पड़ता है। हालांकि पुलिस की कार्रवाई से अंजाम लोग दोपहर बाद जब इस सड़क से गुजरे तो नजारा देख कर हैरान रह गए। कभी वाहनों से पटे रहने वाले सड़क के दोनों छोर गुरुवार को खाली पड़े थे। लोगों को एसटीएच के सामने न तो बीड़ी, पान की दुकान मिली और न ही खाने के छोटे-मोटे होटल। लोगों को जब पता लगा कि शहर पुलिस ने ये काम किया है तो उन्होंने पुलिस की सराहना भी की।
एसटीएच पहुंचे तब आया पुलिस के लिए सबसे मुश्किल वक्त
पुलिस के लिए सबसे मुश्किल वक्त उस वक्त आया, जब टीम सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय पहुंची। अतिक्रमण का हब चुके इस अस्पताल के बाहर से अतिक्रमण साफ करना पुलिस के चुनौती साबित हुआ। पहले तो पुलिस ने अस्पताल के बाहर सड़क के दोनों ओर खड़े वाहनों के चालान काटने शुरू किए और जब वाहन मालिकों को इसकी भनक लगी तो वह पुलिस और सीपीयू से उलझ गए, लेकिन पुलिस ने किसी की नहीं सुनी। बात तब और बिगड़ी जब पुलिस ने यहां खुले छोटे-छोटे होटलों को समेटना शुरू किया। पुलिस की इस कार्रवाई पर लोगों ने हल्ला जरूर काटा, लेकिन पुलिस बल के आगे किसी की नहीं चली।
कोई मरीज देखने गया तो कोई सिर्फ एक मिनट के लिए दवा लेने
सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के सामने जब पुलिस ने चालानी कार्रवाई शुरू किए तो तमाम तरह के फरियादी देखने को मिले तो कुछ पुलिस से भिड़ भी गए। अचानक सुशीला तिवारी और आस-पास से पहुंचे कुछ लोग यह मिन्नतें करते दिखे कि साहब वह कुछ देर के लिए मरीज को देखने गए थे, इसीलिए बाइक को सड़क किनारे खड़ा कर दिया था तो कुछ ने ये बहाना बनाया कि सिर्फ एक मिनट के लिए मेडिकल स्टोर से दवा लेने गया था। हालांकि पुलिस ने न तो गिड़गिड़ाने वालों की सुनी और ही तकरार करने वालों
तीन दिन के भीतर दूसरी बार चला अभियान
आईजी ने पुलिस ने शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है। इस दौरान ताबड़तोड़ कार्रवाई की जानी है। रामपुर रोड पर तीन दिन के भीतर यह दूसरा मौका था, जब पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम दिया। बीते मंगलवार को भी पुलिस ने सिंधी चौक से अभियान की शुरुआत की थी। इस दौरान भी चालानी कार्रवाई के साथ अतिक्रण न करने की अपील की गई थी, लेकिन गुरुवार की कार्रवाई के दौरान जिन्होंने पुलिस की अपील नकार दी थी, उनके सामान भी जब्त किए गए।
सिर पर रख कर भागे सिलेंडर, बर्तन और दुकान का गल्ला
सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय के सामने और बगल से गुजरी नहर रोड पर सबसे ज्यादा अतिक्रमण था। पुलिस ने इन दोनों की अतिक्रमण को न सिर्फ जड़ से साफ किया, बल्कि दोबारा अतिक्रमण पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। कार्रवाई के दौरान कुछ ढाबे और होटल वाले अपने सामान को पुलिस जब्तीकरण से बचाते नजर आए। कुछ सिर पर दुकान का सिलेंडर और बर्तन रख कर भागे तो कुछ गल्ला पकड़ पर भागते दिखे। हालांकि तमाम सारी दुकानें पुलिस ने जब्त भी कर लीं।
शाम सिंधी चौराहे पर फिर काबिज हुए ऑटो, ई-रिक्शावाले
जाहिर तौर पर पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की, लेकिन कुछ ऐसे भी हैं जो पुलिस की कार्रवाई से बैखौफ है। दिन गुजरने के साथ ही दो जून की रोटी की जुगाड़ में निकले ऑटो और ई-रिक्शा वालों ने पुलिस की कार्रवाई को ताक पर रख दिया और सिंधी चौराहे पर पुरानी व्यवस्था के तहत सवारी भरने और उतारने लगे। इतना ही नहीं पुलिस ने जिस इलाके को ऑटो और ई-रिक्शा के लिए जीरो जोन घोषित किया था, वहां ये फिर से विचरण करने लगे।
शहर की सड़कों पर अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अभियान के दौरान पुलिस कार्रवाई के साथ लोगों से दोबारा अतिक्रमण न करने की अपील कर रही है। इस अपील को न मानने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई के बाद कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
डॉ.निलेश आनंद भरणे, आईजी कुमाऊं
