हल्द्वानी: माले बोले...हिंसा और सांप्रदायिक उन्माद की घटनाओं पर लगाएं रोक
हाईकोर्ट के आदेशानुसार नफरत भरे मामलों का पुलिस स्वत: ले संज्ञान
अतिक्रमण को सांप्रदायिक हथियार की तरह इस्तेमाल न करे राज्य सरकार
हल्द्वानी, अमृत विचार। राज्य में लगातार बढ़ रही भीड़, हिंसा और सांप्रदायिक उन्माद की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग को लेकर भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत राज्यपाल, मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को उपजिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन भेजा।
ज्ञापन में कहा गया कि राज्य में भीड़, हिंसा और सांप्रदायिक उन्माद की घटनाएं सिलसिलेवार तरीके से हो रही हैं, वह बेहद अफसोसजनक है। शासन और प्रशासनिक मशीनरी किसी भी तरह के उत्पात और उन्माद को रोकने की कोशिश नहीं करती, जिनके निशाने पर राज्य में रहने वाले अल्पसंख्यक हैं। माले जिला सचिव डॉ. कैलाश पांडे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय का स्पष्ट आदेश है कि नफरत भरे भाषण के मामले में पुलिस स्वतः संज्ञान लेकर कार्यवाही करे।
एक्टू ट्रेड यूनियन के जिलाध्यक्ष जोगेंदर लाल ने कहा कि अपराध के विरुद्ध कानून सम्मत कार्यवाही होनी चाहिए। लेकिन अपराध का फैसला किसी भी सूरत में धार्मिक आधार पर नहीं किया जाना चाहिए और सत्यापन या कोई भी अन्य प्रशासनिक कार्य भी धार्मिक आधार पर न किया जाए।
मांग उठाई कि पुरोला में सामान्य स्थिति बहाल करने और निर्दोष अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए तत्काल ठोस उपाय किए जाएं। किसी को भी भीड़, हिंसा और नफरत फैलाने की अनुमति न दी जाए। साथ ही राज्य सरकार अतिक्रमण हटाने के अभियान को सांप्रदायिक विभाजन के हथियार की तरह प्रयोग न करे। ज्ञापन देने वालों में माले जिला सचिव डॉ. कैलाश पांडे, ट्रेड यूनियन एक्टू जिलाध्यक्ष जोगेंदर लाल, विवेक ठाकुर आदि शामिल रहे।
