जम्मू कश्मीर में लोगों को दहशत में रखने के लिए स्थापित व्यवस्था, फारूक ने लगाया आरोप
श्रीनगर। नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष एवं सांसद फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में अधिकारियों ने लोगों को ‘भय और आतंक’ में रखने के लिए एक प्रणाली स्थापित की है। डाॅ. फारूक ने सोमवार को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आवाज उठाने और सच बोलने पर पूरी तरह प्रतिबंध है।
लोगों को सच बोलने से दूर रखने के लिए जम्मू-कश्मीर में ‘भय और आतंक’ की स्थिति पैदा की गई है। प्रेस की आजादी का गला घोंट दिया गया है और अखबार सरकार के मुखपत्र बन गए हैं और केवल सरकारी बयानबाजी करते हैं। उन्होंने कहा कि नशाखोरी ने युवा पीढ़ी को बर्बाद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर यह सिलसिला जारी रहा तो युवाओं का भविष्य काफी अंधकारमय हो जाएगा। उन्होंने समाज से नशे की बुराई को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरुरत पर बल दिया। उन्होंने कहा,“समाज से नशीली दवाओं के खतरे को रोकने के लिए हर किसी को अपनी भूमिका निभानी होगी। अगर यह प्रवृत्ति जारी रहती है तो यह पीढ़ियों को नष्ट कर देगी और देश को भविष्य में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
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