गरमपानी: रिची थापल पेयजल योजना के पुनर्निर्माण कार्यों की हो जांच
गरमपानी, अमृत विचार। तमाम गांवों तक पीनी का पानी पहुंचाने को बनी रिची थापल पंपिंग पेयजल योजना से समुचित पेयजल आपूर्ति न होने पर धूराफाट संघर्ष समिति का पारा चढ़ गया है। समिति अध्यक्ष ने योजना के पुनर्निर्माण कार्य में भी बड़ी गड़बड़ी का आरोप लगाया है। पुनर्निर्माण कार्यों की निष्पक्ष जांच की मांग भी उठाई है। साफ कहा की जांच की मांग को लेकर जल्द संघर्ष समिति का शिष्टमंडल कुमाऊं आयुक्त से मुलाकात करेगा।
दरअसल वर्ष 2021 में रिची थापल पंपिंग पेयजल योजना से पेयजल आपूर्ति न होने से आक्रोशित तमाम गांवों के वासिंदे धूराफाट संघर्ष समिति के बैनर तले सूदूर लोधियाखान क्षेत्र में धरने पर बैठ गए। कई दिनों तक चले धरने के बाद आखिरकार जनदबाव के चलते सरकार ने 2.86 करोड़ रुपये की धनराशि योजना के पुनर्निर्माण को स्वीकृत की।
उम्मीद जगी की अब काफी हद तक पेयजल संकट से निजात मिल सकेगी पर अब तक गांवो के वासिदों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। धूराफाट संघर्ष समिति अध्यक्ष पूरन पांडे ने जल संस्थान नैनीताल तथा जल निगम रामनगर के अधिकारियों पर पुनर्निर्माण कार्यों में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया है। समिति अध्यक्ष के अनुसार अधिकारियों की लापरवाही व ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के मकसद से जनहित से खिलवाड़ किया गया है।
जिसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरोप लगाया की करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद तमाम गांवों में समुचित पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है। गांवों के वासिदों को तमाम परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।सवाल उठाया है की 2.86 करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद गांवों में पेयजल आपूर्ति क्यों नहीं हो रही। समिति अध्यक्ष के अनुसार मामले की उच्चस्तरीय जांच को जल्द ही धूराफाट संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का शिष्टमंडल कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत से मुलाकात करेगा।
