France Riots : 17 साल के लड़के की हत्या से सुलगा फ्रांस, हिंसक प्रदर्शनकारियों ने भवनों और वाहनों में लगा दी आग...अब तक 1300 से अधिक गिरफ्तार

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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पेरिस। फ्रांस में पेरिस के उपनगर नैनटेरे में 17 साल के किशोर की पुलिस की गोलीबारी में मौत के बाद से कई शहरों में हिंसा भड़की हुई है। हिंसा की वजह से अब तक 1300 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा की घटनाओं में अब तक 300 पुलिसकर्मी घायल हो चुके हैं। इस बीच दंगाइयों ने एक पुलिस स्टेशन को भी आग के हवाले कर दिया। सरकार ने हिंसा रोकने के लिए देश भर में 45,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की है। रातभर युवा प्रदर्शनकारियों की पुलिस से भिड़ंत हुई। विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने करीब 2,500 दुकानों में आग लगा दी और तोड़फोड़ की। 

बताया जा रहा है कि विशेष इकाइयों सहित 45,000 से अधिक कानून प्रवर्तन अधिकारी फ्रांस में दंगों के खिलाफ लड़ाई में शामिल हैं। रेडिया नेटवर्क ‘फ्रांस इन्फो’ ने शनिवार को एक सरकारी सूत्र के हवाले से खबर दी कि देश में जारी अशांति के बीच प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने सभी कैबिनेट मंत्रियों से पेरिस लौटने और वहीं रहने का आग्रह किया है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय ने फ्रांस में पुलिस अधिकारी द्वारा किशोर की हत्या के बाद फ्रांसीसी सरकार से ''कानून प्रवर्तन में नस्लवाद और भेदभाव की गहरी समस्याओं को गंभीरता से लेने का आग्रह किया।

 
क्यों भड़की हिंसा?

आपको बता दें कि पेरिस में पुलिस ने ट्रैफ‍िक न‍ियमों का उल्‍लंघन करने पर एक किशोर को गोली मार कर हत्‍या कर दी थी। इस घटना के बाद पूरे देश में दंगे भड़के उठे। हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के साथ झड़प की और सार्वजनिक भवनों और वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया। आरोपी पुलिस अधिकारी हिरासत में है। नाहेल नामक किशोर की गोली मारकर हत्या की घटना का वीडियो वहीं लगे कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस ने किशोर की गाड़ी रोक रखी थी। इस हत्याकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। जिससे बड़े पैमाने पर अव्यवस्था पैदा हो गई है। प्रदर्शनकारियों ने कारों, कचरे के ढेर समेत कई इमारतों को फूंक दिया है। 

हिंसा पर सरकार ने दिया बयान

राष्ट्रपति मैक्रों ने इस घटना को अक्षम्य बताया है। वहीं गृहमंत्री गेराल्ड डारमनिन ने अपने ट्वीट में लिखा प्रदर्शनकारियों ने देशभर के स्कूलों, टाउन हॉल और पुलिस स्टेशनों को निशाना बनाया है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। 

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