दक्षिण कोरिया का NATO शिखर सम्मेलन में उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षाओं के खिलाफ चर्चा पर जोर

Amrit Vichar Network
Published By Priya
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सियोल। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने कहा कि उत्तर कोरिया की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को रोकने के लिए मजबूत अंतरराष्ट्रीय संकल्प को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने का समय आ गया है और इस सप्ताह उनकी उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के नेताओं के साथ, उत्तर कोरिया के हथियारों के बढ़ते भंडार से निपटने के तरीके पर चर्चा करने की योजना है। यूं सुक येओल लिथुआनिया के विलनियस में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। वह मंगलवार और बुधवार को दो देशों की यात्रा पर रहेंगे, जिसमें पोलैंड भी शामिल है।

 उन्होंने कहा, ‘‘अब यह स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने का समय है कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दृढ़ संकल्प उत्तर कोरिया की परमाणु हथियार विकसित करने की इच्छा से अधिक मजबूत है।’’ दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति लगातार दूसरे साल नाटो शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। पिछले साल स्पेन शिखर सम्मेलन में भी उन्होंने हिस्सा लिया था। नाटो शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले तब वह पहले दक्षिण कोरियाई नेता बन गए थे। 

यूं सुक येओल अब ऐसे समय शिखर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं, जब उनका देश कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहा है, जिसमें उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम और अमेरिका-चीन की रणनीतिक प्रतिद्वंद्विता शामिल है। यात्रा पर रवाना होने से पहले ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ के सवालों के लिखित जवाब में यूं ने कहा कि वह और नाटो के नेता ‘‘उत्तर कोरिया के अवैध कृत्यों’’ के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर जोर देंगे।

 उन्होंने कहा कि परमाणु निरस्त्रीकरण और साइबर सुरक्षा सहित 11 क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक नया नाटो-दक्षिण कोरियाई दस्तावेज शिखर सम्मेलन में पेश किया जाएगा। यूं ने कहा कि विलनियस में उनके पास अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ कई विषयों पर बात करने के ‘‘कई अवसर’’ होंगे, जैसे अमेरिकी सुरक्षा प्रतिबद्धता को मजबूत करना और अमेरिका, दक्षिण कोरिया तथा जापान के बीच त्रिपक्षीय सुरक्षा सहयोग का विस्तार करना आदि। उन्होंने कहा कि वह और जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा वहां द्विपक्षीय बैठक करने की योजना बना रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि वह और किशिदा द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के साथ-साथ आपसी एकजुटता तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग का विस्तार करने के तरीकों पर भी चर्चा करेंगे। दक्षिण कोरिया के अलावा जापान, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के नेताओं को नाटो शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया है, जो नाटो और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने का संकेत है। पिछले साल भी शिखर सम्मेलन में इन चार देशों को आमंत्रित किया गया था।

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