बरेली: वरिष्ठ रंगकर्मी और समाजसेवी जेसी पालीवाल का निधन, शहर में शोक की लहर
बरेली, अमृत विचार। वरिष्ठ रंगकर्मी और समाजसेवी जेसी पालीवाल का कल रात में दिल्ली में निधन हो गया। यह जानकारी उनके बेटे संजीव पालीवाल ने दी। उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार बरेली में किया जाएगा। उनकी मौत की खबर से समाजसेवियों और रंगकर्मियों में शोक की लहर दौड़ गई।
बता दें शहर के वरिष्ठ रंगकर्मी एवं समाजसेवी जेसी पालीवाल का 90 वर्ष की उम्र में बुधवार सुबह दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। बताया जा रहा वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे। बता दें वह कबीर पुरस्कार से सम्मानित थे। उनका जन्म 03 जुलाई सन 1934 को आगरा के मेहरा चौधरी गांव में हुआ था। अब यह गांव फिरोजाबाद जिले में आता है। जेसी पालीवाल 1946 में एयरफोर्स कर्मी अपने ताऊ सीताराम पाल के साथ बरेली आए थे। यहां पढ़ाई करने के बाद उनकी पूर्वोत्तर रेलवे में नौकरी लग गई।
उसके बाद वह बरेली के होकर रह गए। अपने जीवन काल मे उन्होंने कई सराहनीय कार्य किये। इसके साथ ही वह रंगमंच से भी जुड़े थे। उनकी मौत की खबर सुनकर हर कोई हक्का-बक्का रह गया। समाजसेवियों ने उनके निधन को बरेली के लिए बहुत बड़ी क्षति बताया है।
उनके पुराने साथियों ने बताया पालीवाल ने रंगकर्म के क्षेत्र में बरेली को एक अनूठी पहचान दी। उन्होंने कभी भी जातिवाद को लेकर किसी में भेदभाव नहीं किया। उनके साथ रहे पुराने साथियों ने बताया पालीवाल के कहने पर ही उन्होंने अपनी संस्थाएं खोलीं। कई संस्थाओं का उन्हें जन्मदाता भी कह सकते हैं। रंगकर्म के क्षेत्र में उन्होंने एक नया प्लेटफॉर्म तैयार किया।
उनके ही शिष्य आगे बढ़कर कई जगह शहर का नाम रोशन कर रहे हैं। रंगकर्म के क्षेत्र में उन्होंने कई युवाओं को उभाराहै। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। वह समाज को हमेशा साथ में लेकर चलने वाले थे। इसलिए उनकी मौत से हिंदू-मुस्लिम सभी वर्ग के लोग दुखी हैं। उन्होंने देश में ही नहीं विदेश में भी बरेली को रंगकर्म के क्षेत्र में पहचान दिलाई है। जो कभी भुलाई नहीं जा सकती है।
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