हल्द्वानी: अंकित हत्याकांड - 9 दिन बाद पकड़े गए क्रिस्टियानो और उसका प्रेमी दीप, वकील से संपर्क करने पर पुलिस को मिली थी लीड
नौकरानी और उसका पति अब भी फरार, तलाश में पुलिस
मु्ख्यमंत्री ने दी नैनीताल पुलिस को बधाई, 14 जुलाई को हत्या के बाद से फरार माही, पुलिस ने घोषित किया था पांचों हत्यारोपियों पर इनाम
हल्द्वानी, अमृत विचार। अंकित हत्याकांड में फरार चल रही माही उर्फ डॉली उर्फ क्रिस्टियानो आखिरकार 9 दिन बाद पुलिस के हत्थे चढ़ गई। पिछले 9 दिनों से पुलिस से लुका-छिपी खेल रही माही को पुलिस ने रुद्रपुर से गिरफ्तार किया। इस हत्याकांड का इल्जाम पांच लोगों पर है और इन सभी पर पुलिस ने इनाम घोषित किया था। बेहद दुर्लभ हत्याकांड का सटीक खुलासा करने वाली नैनीताल पुलिस को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बधाई दी है।
शहर के युवा व्यवसायी रामबाग कालोनी रामपुर रोड निवासी अंकित चौहान पुत्र धर्मपाल चौहान की बीती 14 जुलाई को हत्या कर दी गई थी। अंकित को बेहद जहरीले कोबरा से डसवाया गया था। इस हत्या का इल्जाम शांतिविहार कालोनी गोरापड़ाव निवासी माही उर्फ डॉली आर्या पुत्री इंद्रलाल, हल्दूचौड़ निवासी दीप कांडपाल, भोजीपुरा बरेली निवासी सपेरा रमेश नाथ पुत्र भजन नाथ, माही की नौकरानी ऊषा देवी और ऊषा के पति रामऔतार पर है। इस घटना की मास्टर माइंड माही है।
पुलिस बहुउद्देशीय भवन में मामले में का खुलासा करते हुए आईजी डॉ.निलेश आनंद भरणे ने बताया कि अंकित पिछले करीब 6 साल से माही के संपर्क में था और वो माही को लेकर बेहद संवेदनशील हो गया था। अंकित उसकी जिंदगी में हस्तक्षेप करने लगा, मारने-पीटने और तोड़फोड़ करने लगा। इस पर दीप ने माही की अंकित की हत्या का आइडिया दिया। इधर, हमबिस्तर हो चुके सपेरे ने सांप से डसवाने का सुझाव दिया। 8 जुलाई असफल हुई हत्या की योजना को 14 जुलाई को अमलीजामा पहनाया गया।
हत्या के बाद दीप और रामऔतार शव को अंकित की कार से लेकर पहले भुजियाघाट गए और फिर तीनपानी पहुंचे। माही नौकरानी ऊषा और उसके बच्चों के साथ यहां टैक्सी से पहुंची और सभी को लेकर दिल्ली चली गई। दिल्ली में रात गुजारने के बाद बरेली, बरेली से पीलीभीत और पीलीभीत में नौकरानी के घर एक रात गुजारने के बाद बरेली से दिल्ली पहुंच गई। जबकि नौकरानी अपने पति और बच्चों के साथ बरेली से बिहार की ओर निकल गई।
लगातार ठिकाने बदल रही अपने वकील के संपर्क में थी और हाई कोर्ट में सरेंडर की योजना बना रही थी। पुलिस को इसकी भनक लग गई। दिल्ली से हल्द्वानी के निकली माही और उसके प्रेमी दीप कांडपाल को पुलिस ने रविवार को रुद्रपुर स्थित एएन झा इंटर कॉलेज के पास से गिरफ्तार कर लिया। आईजी ने बताया कि मामले की जानकारी उन्होंने मुख्यमंत्री को दी और मुख्यमंत्री ने नैनीताल पुलिस की प्रशंसा करते हुए बधाई दी है। वार्ता में आईजी के साथ एसएसपी पंकज भट्ट, सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धोनी थे।
गुडवर्क करने वाली टीम 1 लाख 20 हजार रुपये का इनाम
हल्द्वानी। बेहद कम समय में सटीक खुलासा करने वाली पुलिस टीम और एसओजी को 1 लाख 20 हजार रुपये इनाम की घोषणा की गई है। अंकित के परिवार ने टीम 50 हजार रुपये नगद देने की बात कही। जबकि आईजी ने 50 और एसएसपी 20 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। पुलिस टीम में कोतवाल हरेंद्र चौधरी, एसएसआई विजय मेहता, एसएसआई महेंद्र प्रसाद, एसआई जगदीप नेगी, एसआई कुमकुम धानिक, एसआई गुलाब कम्बोज, हे.कां.इसरार नबी, कां.धनश्याम रौतेला, चंदन नेगी, अरुण राठौर, वंशीधर जोशी, छाया व एसओजी टीम में प्रभारी राजवीर सिंह नेगी, हे.कां.कुंदन कठायत, त्रिलोक रौतेला, दिनेश नगरकोटी, अनिल गिरी, भानू प्रताप व अशोक रावत थे।
कोतवाली में थी हत्यारोपियों को पीटने का प्लान
हल्द्वानी : खबर फैली की माही गिरफ्तार हो गई है तो बड़ी संख्या में लोग कोतवाली में जमा हो गए। यहां अंकित का परिवार और उसके दोस्त भी थे। माही के परिजनों ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी और इसी बीच फोटो के लिए माही और दीप को मीडिया के सामने पेश किया गया। इस बीच भीड़ के बीच कुछ लोगों ने अन्य लोगों को माही और उसके प्रेमी को पीटने के लिए उकसाया। हालांकि उक्त लोगों का प्लान कामयाब नहीं हो पाया।
माही को नहीं दीदी ने बिल्लियों को दिया आसरा
हल्द्वानी : हत्याकांड को अंजाम देने के बाद माही ने छिपने के लिए सबसे पहले दिल्ली में रहने वाली अपनी दीदी को फोन किया। हत्या की जानकारी होने पर दीदी ने माही को संरक्षण देने से इंकार कर दिया। इस पर माही ने उसकी दो कीमती बिल्लियों को अपने पास रख लेने की गुजारिश की, जिसे उसकी बहन ने मान लिया। इसके बाद पांचों लोगों ने दिल्ली के होटल में रात गुजारी। अगले दिन सभी पीलीभीत चले गए और सपेरा अपने घर चला गया।
नेपाल में होटलों के रजिस्टर और कसीनो खंगाले
हल्द्वानी : जब माही पीलीभीत में थी, तब पुलिस इससे 8 घंटे पीछे थी। यहां पुलिस को कुछ नहीं मिला तो लगा कि सभी नेपाल भाग गए। जिसके बाद नेपाल सीमा पर रजिस्टर चेक किया गया, लेकिन इंट्री नहीं मिली। लगा चोर रास्ते से नेपाल में दाखिल हुए होंगे तो एक टीम नेपाल पहुंच गई। यहां तमाम होटल खंगाले गए, लेकिन मिला कुछ नहीं। दीप अकसर नेपाल के कसीनो में जाता था, ऐसे में कसीनो भी खंगाले गए, लेकिन आरोपी नेपाल गए ही नहीं थे।
चौथे और पांचवें हत्यारोपियों से 80 किमी दूर है टीम
हल्द्वानी : एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि अब सिर्फ नौकरानी ऊषा और उसके पति रामऔतार को गिरफ्तार करना है। ऊषा मूलरूप से बंगाल की रहने वाली है और दोनों बच्चों के साथ बरेली से ट्रेन के जरिये बिहार की ओर निकले हैं। बरेली में सीटीटीवी से इसकी तस्दीक भी की जा चुकी है और इसके पुलिस की एक टीम इनके पीछे भी निकल गई। एसएसपी के मुताबिक नौकरानी और उसका पति पुलिस से महज 80 किमी की दूरी पर है।
