Mission 2024: सपा को लग सकता है बड़ा झटका, विधायक पूजा पाल थाम सकती हैं भाजपा का दामन
प्रयागराज, अमृत विचार। कौशाम्बी जिले के चायल सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक पूजा पाल के अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। बहुजन समाज पार्टी से सपा में शामिल होकर विधायक बनने वाली पूजा पाल अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने को आतुर हैं। चर्चा यह भी है कि पूजा पाल के साथ-साथ इंद्रजीत सरोज भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। हालांकि अभी इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए अब राजनीति करवट बदलने लगी है । 2024 से पहले पार्टी अपनी मजबूती के लिए मजबूत विधायकों को अपने खेमे में करना शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने समाजवादी पार्टी के दो कद्दावर विधायकों को तोड़ने में लगी हुई है। समाजवादी पार्टी के दो विधायक भाजपा में शामिल होने की तैयारी में है।
सूत्रों के मुताबिक कौशांबी के चायल से समाजवादी पार्टी की विधायक पूजा पाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकती हैं। वहीं सपा विधायक इंद्रजीत सरोज को भी लेकर चर्चा तेज है। कहा जा रहा है कि दोनों विधायकों को भाजपा में शामिल कराने से सपा को लोकसभा में कहीं ना कहीं मात खानी पड़ेगी, क्योंकि दोनों चेहरे सपा के दमदार चेहरे माने जा रहे हैं।
सपा विधायक पूजा पाल के भाजपा में शामिल होने की बाग़ पर स्थानीय भाजपा नेताओ का का कहना है कि पूजा पाल का सपा छोड़कर भाजपा में शामिल होने की चर्चा है लेकिन इस बात पार्टी हाई कमान ने हरी झंडी नही दिखाई है। वही पूजा पाल के मायके से जुड़े लोगो का कहना है कि यह सत्य है कि पूजा पाल जल्दी ही भाजपा में जुड़ सकती है।
शादी के नौ दिन बाद हुयी थी पति की हत्या
पूजा पाल कौशांबी चायल से समाजवादी पार्टी की विधायक है। पूजा पाल का मकान कटघर मोहल्ले में है। इनकी पढ़ाई लिखाई यही से हुई। 16 जनवरी 2005 को पूजा पाल की शादी बसपा नेता राजू पाल के साथ की गई। राजू पाल उस समय इलाहाबाद पश्चिमी से बहुजन समाज पार्टी के विधायक चुने गए थे। शादी के बाद से ही पूजा पाल अपने ससुराल धूमनगंज के उमरपुर नींवा गांव में रह रही थी।
राजू पाल के विधायक बनने के बाद ही खतरा बढ़ने लगा था। शादी के मात्र 9 दिन बाद ही राजू पाल की हत्या कर दी गई। मामले में माफिया अतीक अहमद और उसके गैंग के शामिल होने के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया था। हालांकि पूजा पाल पति के हत्यारों को सजा दिलाने के साथ-साथ राजनीति कैरियर में भी अपनी जोर आजमाइश करते हुए आज इस मुकाम पर पहुंच गई।
बसपा से शुरु किया था सफर
राजू पाल की हत्या के बाद 2005 के उपचुनाव में पूजा पाल को बहुजन समाज पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह चुनाव हार गई थी। वही 2007 में हुए विधानसभा चुनाव में पूजा पहली बार इलाहाबाद पश्चिमी सीट से विधायक बनी। 2017 में भी भारतीय जनता पार्टी के चुनाव लड़ रहे सिद्धार्थ नाथ सिंह को पूजा पाल ने कांटे की टक्कर दी थी, लेकिन पूजा पाल को हार का सामना करना पड़ा। सिद्धार्थ नाथ सिंह चुनाव जीत गए थे। इसी के बाद 2022 में पूजा पाल ने सपा ज्वाइन किया और चायल सीट से दावेदारी की। जिसके बाद वहां से उन्होंने जीत दर्ज कराई और विधायक बन गई।
पाल समाज में पूजा पाल की अच्छी पकड़
सपा विधायक पूजा पाल के भाजपा में शामिल होने की चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि सपा विधायक पूजा पाल पाल समाज के बीच अपने आप को बेहतरीन तरीके से खड़ा किया है। प्रयागराज और उसके आसपास के इलाकों में पूजा पाल के समर्थक काफी संख्या में है। भारतीय जनता पार्टी पूजा पाल को भाजपा में शामिल कराने का प्रयास कर रही है। माना जा रहा है कि पाल समाज के लिए पूजा पाल एक बड़ा चेहरा है, साथ ही साथ समाजवादी पार्टी में कद्दावर नेता भी हैं।
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