लोकसभा में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिरा, पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर किया हमला 

लोकसभा में विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव गिरा, पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर किया हमला 

नई दिल्ली। लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का लाया अविश्वास प्रस्ताव गुरुवार विपक्ष की ग़ैरमौजूदगी में ध्वनिमत से गिर गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में गुरुवार को तीन दिन की चर्चा का जवाब में विपक्षी दलों पर जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का इतिहास देश तोड़ने वाला रहा है। कांग्रेस ने मिजोरम में वायुसेना से हमला करवाया, अकाल तख्त पर भी हमला करवाया। दोनों हमले तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासन में हुआ कांग्रेस ने पूर्वोत्तर का भरोसा तोड़ा है। 

मोदी ने कहा कि कांग्रेस का शासन पूर्वोत्तर की सभी समस्याओं का मूल है। पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने सुनिश्चित किया कि पूर्वोत्तर राज्यों में कोई विकास न हो। पूर्वोत्तर हमारे लिए जिगर का टुकड़ा है। मणिपुर के लिए विपक्ष की पीड़ा और संवेदना सेलेक्टिव है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी पूर्वोत्तर की भावनाओं को समझने की कोशिश नहीं की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने पूर्वोत्तर का 50 बार दौरा किया है। यह सिर्फ एक डेटा नहीं है, यह पूर्वोत्तर के प्रति समर्पण है। 

उन्होंने कहा कि जब सब कुछ उग्रवादी संगठनों की इच्छा के मुताबिक होता था, तब मणिपुर में किसकी सरकार थी? मणिपुर में किसकी सरकार थी जब सरकारी कार्यालयों में महात्मा गांधी की तस्वीर को लगाने की अनुमति नहीं दी गई थी, मणिपुर में किसकी सरकार थी जब स्कूलों में राष्ट्रगान की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया था? विपक्ष राजनीति से आगे नहीं सोच सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि एक सच्चाई मैं बड़े दुख के साथ देश के सामने रख रहा हूं। पहली घटना 5 मार्च 1966 की मिजोरम की है। दूसरी घटना 1962 की है। 

उस समय वो खौफनाक रेडियो प्रसारण आज भी शूल की तरह नॉर्थ ईस्ट के लोगों को चुभ रहा है। देश के ऊपर चीन का हमला चल रहा था। देश के लोग मदद की अपेक्षा कर रहे थे, उस समय लोग अपने साधनों से लड़ाई लड़ने के लिए तैयार थे। उस समय एकमात्र नेता पंडित नेहरू ने क्या कहा था? उन्होंने असम के लोगों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया था। नेहरू की वो बात आज भी असम के लोगों को चुभती है। उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया ने जो उस समय कहा था कि कितनी लापरवाही और खतरनाक बात है। 

30 हजार वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्र को कोल्ड स्टोरेज में बंद कर दिया। यह आरोप लोहिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री नेहरू पर लगाया था। आज मणिपुर की समस्या को ऐसे पेश किया जा रहा है जैसे बीते कुछ दिन में ही ये समस्या हुई है। इस समस्या के लिए इसके लिए वहां के लोग जिम्मेदार नहीं हैं, बल्कि कांग्रेस राजनीति जिम्मेदार है। पूर्वोत्तर हमारे लिए बहुत खास है। मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने पूर्वोत्तर के विकास को पहली प्राथमिकता दे है। 

लाखों करोड़ की लागत से विभिन्न परियोजनाएँ चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि समय का पल पल और और शरीर का कण कण देश के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा कि हम देश के लिए निकले हुए लोग हैं। कभी सोचा नहीं था यहाँ यह आयेंगे लेकिन देश की जनता ने यह सम्मान दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर में जो हुआ वह दुखपूर्ण है। हम सब दर्द की दवाई बनकर कारण करें यही हमारी कामना है। 

यह भी पढ़ें- लोकसभा में आचरण को लेकर अधीर रंजन चौधरी निलंबित, मामला विशेषाधिकार समिति को