लीबिया में त्रिपोली के संघर्ष प्रभावित इलाकों में फंसे 300 परिवारों को निकाला, कई क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति घोषित

Amrit Vichar Network
Published By Priya
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बेंगाजी। लीबिया की राजधानी त्रिपोली में सशस्त्र संघर्ष से प्रभावित इलाकों से लगभग 300 परिवारों को निकाला गया है। लीबिया की राष्ट्रीय एकता सरकार (जीएनयू) के स्वास्थ्य मंत्रालय के आपातकालीन चिकित्सा और सहायता केंद्र के प्रवक्ता मलिक मार्सिट ने बुधवार को यह जानकारी दी। मार्सिट ने कहा, ''आपातकालीन चिकित्सा और सहायता केंद्र ने त्रिपोली के कई इलाकों में झड़पों में फंसे 296 से अधिक परिवारों को निकाला है।'' 

प्रवक्ता ने कहा कि बुधवार को त्रिपोली में शांति रही एवं झड़प प्रभावित क्षेत्रों में नियमित आवाजाही बहाल हो गई है और दुकानें फिर से संचालित होने लगी हैं। स्थानीय मीडिया ने पहले दिन में रिपोर्ट दी थी कि त्रिपोली में दो दिनों की झड़पों में कुल 55 लोग मारे गए हैं और 146 अन्य घायल हुए हैं। त्रिपोली में सोमवार रात जीएनयू से संबद्ध 444वीं ब्रिगेड और विशेष निरोधक बल के बीच झड़पें हुईं। 

हिंसा विशेष निरोध बल द्वारा 444वीं ब्रिगेड के कमांडर महमूद हमजा को हिरासत में लेने के कारण शुरू हुई थी। हमजा ने त्रिपोली के मिटिगा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से यात्रा करने का प्रयास किया था, जिस पर प्रतिद्वंद्वी समूह का नियंत्रण है। जीएनयू ने प्रभावित शहरी क्षेत्रों में आपातकाल की स्थिति घोषित कर दी और हवाई अड्डे पर उड़ानें निलंबित कर दीं। 

जीएनयू के प्रधानमंत्री अब्देलहामिद दबीबा ने कथित तौर पर मंगलवार देर रात हमजा को तीसरे पक्ष को सौंपने के लिए एक समझौता किया, जिसके बाद युद्धविराम होगा। उल्लेखनीय है कि लीबिया पर वर्तमान में दो प्रतिस्पर्धी सरकारों का शासन है। लीबिया का पश्चिमी भाग त्रिपोली संयुक्त राष्ट्र समर्थित राष्ट्रीय समझौते की सरकार द्वारा नियंत्रित है, जबकि पूर्वी भाग राष्ट्रीय स्थिरता सरकार के अधीन है, जिसे लीबिया की राष्ट्रीय सेना का समर्थन प्राप्त है।

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