मुरादाबाद : हर माह 2-3 लाख कर चुकाने वाले आढ़ती सुविधाओं के मोहताज, पानी निकासी की सबसे बड़ी समस्या
उदासीनता : परिसर में पसरी रहती है गंदगी, आढ़तियों के साथ ही फल-सब्जी लेकर आने वाले किसान हो रहे परेशान
मुरादाबाद, अमृत विचार। हर माह 2-3 लाख रुपये का टैक्स देने के बावजूद राजकीय मंडी में आढ़तियों को मूल सुविधाएं नहीं मिल रहीं है। समिति परिसर में पानी की निकासी सबसे बड़ी समस्या है। परिसर में नियमित सफाई न होने से जगह-जगह गंदगी पसरी है। सड़कें भी टूटी हैं। इससे आढ़ती ही नहीं फल और सब्जी लेकर आने वाले किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जुलाई माह में आढ़तियों ने इन मुद्दों लेकर हड़ताल भी की थी, लेकिन समस्याएं ज्यों की त्यों हैं।
मंडी समिति में करीब 350 आढ़ती पंजीकृत हैं, जबकि प्रतिदिन 250 से 300 किसान भी अपनी सब्जी और फल लेकर मंडी में पहुंचते हैं। करीब 150 ठेले वालों के रोजगार का जरिया भी मंडी समिति है।100 से 150 ऐसे फुटकर विक्रेता भी हैं जो सब्जी और फलों की बिक्री कर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। आढ़ती हर महीने 2-3 लाख रुपये का टैक्स भी जमा करते हैं। इसके बाद भी उनकी सुनवाई नहीं होती। मंडी समिति के अधिकारी मूलभूत सुविधाएं तक मयस्सर तक नहीं करा पा रहे हैं। मंडी समिति में पानी की टंकी तो बनी है, लेकिन अब तक उससे पानी की आपूर्ति नहीं हुई। गर्मी में बाहर से आने वाले लोगों को पीने के पानी तक के लिए परेशान होना पड़ता है। यहां से जिले भर के लिए फल और सब्जी की आपूर्ति की जाती है।
करीब 44.47 हेक्टेयर में मंडी समिति का परिसर है। आढ़ती राम सिंह सैनी, सुरेंद्र सिंह, कमल सिंह का कहना है कि बारिश में मंडी में कई जगह पर इतनी गंदगी और कीचड़ फैल जाता है। कि वहां से निकलने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कई बार मांग भी की गई, लेकिन आज तक समस्याओं का हल नहीं किया गया। पानी निकासी न होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इस सबके बावजूद जिम्मेदारी अधिकारी अनजान बने हुए हैं। आढ़तियों को सिर्फ झूठे आश्वासन ही अब तक दिए जाते रहे हैं।
मंडी समिति में तीन करोड़ से बनेंगीं सड़कें
मुरादाबाद। फल सब्जी विक्रेता कल्याण समिति के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बताया कि आज भी मंडी समिति में आढ़तियों के लिए कोई सुविधा नहीं है। जबकि यहां से मंडल भर के लिए सब्जी और फलों का व्यापार होता है। जुलाई में हड़ताल के समय समिति की ओर से 100 नई दुकानों का निर्माण कराने, 20 का पुनर्निर्माण, सड़कों की मरम्मत, बिजली की व्यवस्था कराने, जल निकासी की व्यवस्था कराने की मांग की गई थी। नगर विधायक रितेश गुप्ता व मंडी समिति सचिव ज्योति सिंह जल्द समस्याओं का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी दिक्कतें बरकरार हैं।
शासन से मंडी समिति में क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत के लिए 3.21 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। पानी की आपूर्ति के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। अन्य समस्याएं भी जल्द दूर की जाएंगी। - ज्योति सिंह, सचिव, मंडी समित
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