Hamirpur Murder: सिरफिरे पति ने पत्नी का गला दबाकर की हत्या, घटना से फैली सनसनी, दोनों के बीच चल रहा था विवाद
हमीरपुर में सिरफिरे पति ने पत्नी का गला दबाकर की हत्या।
हमीरपुर के राठ में पति ने पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या की वारदात से इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी।
हमीरपुर, अमृत विचार। राठ में पति पत्नी के बीच पिछले काफी समय से चल रहे विवाद को लेकर पति ने पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी। मोहल्ले में हुई इस सनसनी हत्याकांड से लोगों में दहशत व्याप्त हो गई है। हत्या के बाद आरोपी पति फरार हो गया। सूचना पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव की जांच पड़ताल के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। महिला की मौत पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ था।
कस्बे के चरखारी रोड़ नईबस्ती मोहल्ला निवासी हरिश्चंद्र अनुरागी पुत्र भगवती मास्टर अपनी पत्नी संगीता 38 और तीन बच्चों के साथ घर में रहता था। सोमवार की सुबह संगीता ने अपने दो बच्चों अंशिका और प्राची को स्कूल भेज दिया और घर का काम करने लगी। करीब 10 बजे जब घर पर कोई नहीं था इसी दौरान किसी बात को लेकर पति हरिश्चंद्र और पत्नी संगीता में विवाद हो गया।
इसी दौरान आवेश में आकर हरिश्चंद्र ने संगीता का गला दबाकर हत्या कर दी और घर से भाग गया। कुछ देर बाद जब संगीता का 17 वर्षीय पुत्र अंशुल घर पर आया तो घर में कोई नहीं था। जब उसने एक कमरे में झांक कर देखा तो उसकी मां चारपाई पर मृत पडी हुई थी। मां को इस हालत में देख अंशुल चिल्ला उठा और घर के ऊपर वाले कमरे में सो रहे अपने चचेरे भाई निशांत को जगाया।
महिला की मौत पर मोहल्ले के लोगों की भीड़ लग गई। सूचना पर पहुंच सीओ पीके सिंह, कोतवाल संजय कुमार सिंह ने शव की जांच पड़ताल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अपर पुलिस अधीक्षक ने मौके पर जाकर घटना स्थल का जायजा लिया। कोतवाल संजय कुमार सिंह ने बताया कि हत्यारोपी हरिश्चंद्र की तलाश की जा रही है। सीओ पीके सिंह ने बताया कि मृतक संगीता के बेटे अंशुल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
दो दिन पहले दिल्ली से आई थी संगीता
संगीता के बडे पुत्र अंशुल ने बताया कि वह वीरा गांव के एक कालेज में बीए क्लास में पढ़ता है। उसकी दो छोटी बहिन अंशिका 12 और प्राची 9 भी एक स्कूल में पढ़ती हैं। बताया कि उसके मां और पिता के बीच काफी समय से विवाद चल रहा था। जिससे दोनों के बीच अनबन थी। बताया कि उसकी दादी भी अपने बेटे हरिश्चंद्र का साथ देती थी। बताया कि उसकी दादी का कहना था कि संगीता ने उसके बेटे का तांत्रिक से कुछ करा दिया है। जिससे घर में आए दिन विवाद होता रहता था।
इसी विवाद के चलते वह अंबेडकर चैराहे के पास किराए का कमरा लेकर अलग रहकर अपनी पढ़ाई करता था। बताया कि वह अचानक ही अपने घर सुबह पहुंच गया और मां को मृत देखा। बताया कि उसके पिता ने मां को फोन कर 9 सितम्बर को दिल्ली से वापस घर बुला लिया था। पिछले काफी समय से दोनों के बीच अनबन रहने से उसकी मां अधिकांश दिल्ली में अपने भाईयों के साथ रहती थी।
बताया कि मां के घर पर आने पर उसकी दादी शरबत देवी घर से कहीं बाहर चली गई थी। बताया कि यदि उसकी मां को यह जानकारी होती कि उसका पिता मां को मार देगा तो उसकी मां कभी दिल्ली से नहीं आती। मां की मौत पर बच्चों को रोरोकर बुरा हाल था।
