वाराणसी: दुर्गा पूजा पंडालों में महिलाओं ने खेली सिंदूर की होली, माता रानी से मांगा आशीर्वाद, कहा- अगले बरस तू जल्दी आ!

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Published By Sachin Sharma
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वाराणसी। दुर्गा पंडालों में महिला श्रद्धालुओं ने सिंदूर खेला शुरू किया। सुहागिन महिलाओं ने पति के लंबी उम्र के लिए माता रानी से वरदान मांगा। विजयादशमी के अवसर पर दुर्गा पंडालों में खासा उत्साह देखा जा रहा है, जहां पारंपरिक वेश भूषा में महिलाएं पहुंचकर माता के दर्शन कर रही हैं। इसके साथ ही महिलाएं माता को सिंदूर लगाकर आपस में सिंदूर खेला भी खेल रही हैं।

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सिंदूर की होली खेलती सुहागिन महिलाएं।

बता दें कि विजयादशमी पर माता के विसर्जन के पहले यह सिंदूर खेला खेला जाता है। वैसे तो बंगाली समाज की तरफ से यह सिंदूर खेला की शुरुआत हुई है, लेकिन अब इसका प्रचलन पूरे उत्तर भारत में फैल चुका है। माता दुर्गा की विदाई के अंतिम दिन विसर्जन के पहले महिलाएं माता को सिंदूर अर्पित करती हैं और अपने सुहाग के लंबे उम्र की कामना करती हैं । इसके बाद महिलाएं आपस में एक दूसरे को सिंदूर लगाती हैं।

इस दौरान खासा उत्साह देखा जाता है। महिला श्रद्धालुओं को यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। हर दुर्गा पंडाल खास कर बंगाली समाज के दुर्गा पंडालों में यह नजरा देखने को मिलता है, जहां उत्साह तो रहता है लेकिन माता की विदाई का थोड़ा दुख भी रहता है। महिलाएं नम आंखों से माता रानी को विदा करती हैं।

वहीं वाराणसी के चेत सिंह किला स्थित काशी दुर्गोत्सव समिति में दुर्गा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। महिलाओं ने जमकर सिंदूर की होली खेली और ढाक की थाप पर महिलाओं ने माता की आरती उतारी। इस दुर्गोत्सव में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पहुंची थीं तथा माता को नाम आंखों से विदाई दे रही थीं। बंग समाज में सिंदूर की होली खेलना बहुत ही पुरानी परंपरा है।

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