प्रयागराज: बेबस पिता बीमार बेटी को गोद में लेकर पहुंचा एसआरएन अस्पताल, नहीं मिला स्ट्रेचर
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की सरकार लगातार सरकारी अस्पतालों में मरीजों की व्यवस्थओ को लेकर फरमान जारी करने के साथ व्यवस्थओं को दुरुस्त कराने में लगी है। मगर महकमे के अधिकारी इस पर लापरवाही बरतने के साथ मरीजों के साथ खिलवाड़ करते नजर आ रहे है। गुरूवार को एक ऐसा ही मामला उस वक्त सामने आया जब एक पिता अपनी बीमार बेटी को गोद में लेकर स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में स्ट्रेचर के लिए भटकता रहा लेकिन उसे कोई सुविधा नही मिल सकी।
बता दें कि मीरजापुर के रहने वाले भुल्लन अपनी बेटी राधा को सरोजनी नायडू बाल रोग चिकित्सालय यानी चिल्ड्रेन अस्पताल में भर्ती कराया है। उसके बेटी के पेट में दर्द था। भर्ती कराने के बाद बुधवार को अस्पताल से उसे अल्ट्रासाउंड कराने के लिए एसआरएन भेजा गया। भुल्लन के पास जितने पैसे थे वह खर्च करके भुल्लन बेटी को एसआरएन अस्पताल लेकर पहुंचा था।
अल्ट्रासाउंड कराने के बाद बेटी को गोद में ही लेकर इधर उधर भटकता रहा। बेटी को गोद में लेकर वह वहां परेशान होकर भटकता रहा। अस्पताल में उसे न तो स्ट्रेचर मिला और न ही कोई अन्य सुविधा। आसपास से गुजर रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने उसकी कोई मदद नही की। सभी देखकर भी वहां से चले गये।
जबकि राधा को यूरिनल नली लगी थी और उसका बैग भी पिता ने अपने हाथ में पकड़ रखा था। उसके पास पैसे नहीं थे इसलिए रिक्शे वालों ने भी उसे ले जाने से मना कर दिया।
वहीं एक युवक के पूछने पर भुल्लन ने आपबीती बताई। कहाकि यहां कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। कहीं स्ट्रेचर नहीं मिला। हालांकि मददगार ने उसे पैसे देकर रिक्शे पर बिठाया जिससे वह बेटी को लेकर चिल्ड्रेन अस्पताल पहुंच सका।
वहीं जानकारी देते हुए एसआरएन के अधीक्षक डा. अजय सक्सेना ने कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला नहीं आया है। किसी ने नही बताया। कहा कि स्ट्रेचर सभी के लिए उपलब्ध है। भुल्लन को क्यों नहीं मिला इसको पता करते हैं।
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