लखनऊ: धनतेरस पर बाजार में धनवर्षा, 2,045 करोड़ का व्यापार, जमकर हुई खरीदारी

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Published By Deepak Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। बाजारों में देर रात तक पैर रखने को जगह नहीं मिली। इलेक्ट्रानिक्स बाजार शाम को गुलजार हो उठे और बर्तनों की खनक तो सुबह से ही सुनने को मिलने लगी। धनतेरस के दिन शुक्रवार को राजधानी के सभी बाजार सुबह से लेकर देर रात तक गुलजार रहे। खरीदारी के शुभ मुहूर्त के समय ग्राहकों ने दिल खोलकर खरीदारी की। आलम यह रहा कि देर शाम तक 2,045 करोड़ से अधिक का व्यापार हो चुका था। यह हाल भी तब था जब अधिकांश जगह बुकिंग पहले से थी। लोगों ने शुक्रवार को सिर्फ डिलीवरी ली। 

दुकानों में भीड़ का आलम यह रहा कि व्यापारियों को दम लेने की फुरसत भी नहीं मिली। रात तक वाहनों के शोरूम खाली हो गए। न गोदाम में गाड़ियां थीं, न शोरूम में। यहियागंज के बर्तन बाजार में देर रात तक खरीद का सिलसिला जारी रहा। यही हाल सर्राफा और इलेक्ट्रानिक्स बाजार का रहा। श्रीराम टॉवर, इंदिरानगर, हजरतगंज समेत शहर के सभी प्रमुख बाजारों में मोबाइल और लैपटॉप भी जमकर बिके।

इलेक्ट्रानिक्स बाजार में रात तक बिके मोबाइल और लैपटॉप

इलेक्ट्रानिक्स बाजार में धूम रही। आल इंडिया रिटेलर्स मोबाइल एसोसिएशन एमरा के अध्यक्ष नीरज जौहर ने कहा कि मोबाइल, एसेसरीज, इससे जुडे़ अन्य गैजेट्स, लैपटॉप समेत कई आर्टिकल पर करीब 60 करोड़ के आसपास का कारोबार माना जा रहा है। श्रीराम टाॅवर में देर रात तक खरीदारों की भीड़ रही।

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सर्राफा बाजार में दिखी चमक

लखनऊ सर्राफा के संयुक्त मंत्री एवं चौक के कारोबारी आदीश जैन के मुताबिक, नॉन ब्रांडेड ज्वेलरी, सिक्का, गिन्नी आदि का कारोबार करीब 100 करोड़ का रहा। वहीं, ब्रांडेड के शोरूम अपना आंकड़ा जारी नहीं करते हैं, लेकिन इससे कम का कारोबार इसमें होने की उम्मीद नहीं है। देर शाम चांदी के सिक्के खत्म हो गए। उसके बाद सिक्कों की नई खेप मंगा कर ग्राहकों की मांग पूरी की गई। चौक सर्राफा के अध्यक्ष कैलाश नाथ जैन और सिद्धार्थ ने बताया कि इस बार कारोबार अच्छा रहा है। देर रात तक दुकानों पर खरीदार मौजूद रहे। विनोद महेश्वरी के मुताबिक, बाजार देर रात तक गुलजार रहे।

वाहन बाजार में शोरूम हुए खाली, 491 गाड़ियां शाम तक हुईं पंजीकृत

पहले कराई गई वाहनों की बुकिंग की डिलीवरी शुक्रवार को लोगों ने प्राप्त की। गोदाम हो या शोरूम सभी स्थानों पर शाम होते-होते गाड़ियां खत्म हो गईं। यहां करीब 200 करोड़ के कारोबार का अनुमान है। शाम तक 491 गाड़ियों का पंजीकरण हो चुका था। वाहनों के शोरूम बाद में खुले खरीदारों की भीड़ पहले ही डिलीवरी लेने के लिए जमा हो गई। कुछ ऐसा नजारा शुक्रवार को देखने को मिला वाहनों के शोरूम के बाहर। अपने परिवारीजनों के साथ वाहनों की डिलीवरी लेने के बाद लोगों ने कंपनियों में फोटो शूट कराई। कई जगहों पर अभिभावकों ने बच्चों को चार पहिया वाहन में बैठाकर उनकी फोटो खींची और उसे सोशल मीडिया पर वायरल की। धनतेरस के अवसर पर ऑटोमोबाइल सेक्टर में खूब धूम रही।

1- दो पहिया वाहन : 293

2- ई वाहन : 43

3- चार पहिया वाहन : 127

4- माल वाहक और अन्य यात्री वाहन : 28

94 लाख की जगुवार गाड़ी का पंजीयन, सबसे महंगी कार बिकी

लखनऊ में सबसे महंगी कार 94 लाख की जगुआर की बिकी है। जेएसवी मोटर कार एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के शोरूम से यह जगुआर कार जतिन वर्मा ने खरीदी है। इसकी रजिस्ट्रेशन फीस और टैक्स मिलाकर करीब साढ़े नौ लाख रुपये जमा किया गया है।

  1. मकान, प्लाॅट, दुकान, फ्लैट, रियल एस्टेट व्यापार में 1,104 रजिस्ट्रियां
  2. सबसे ज्यादा सदर, सरोजनीनगर व मोहनलालगंज में बिके स्टाम्प

धनतेरस पर मकान, दुकान, प्लॉट आदि की रजिस्ट्री से निबंधन विभाग को 16.55 करोड़ रुपये का एक दिन में खजाना मिला। इस अवसर पर खरीदारी के साथ 1,104 रजिस्ट्रियां कराई गईं। सबसे ज्यादा रजिस्ट्री सदर तहसील में हुईं। जबकि सरोजनीनगर व मोहनलालगंज भी पीछे नहीं रहे। शुक्रवार को धनतेरस पर लोगों ने मकान, फ्लैट, दुकान, प्लॉट, खेत आदि की निबंधन कार्यालयों में रजिस्ट्रियां कराईं। इस दौरान रजिस्ट्री कराने की होड़ मची रही। दानपत्र व वसीयत भी कराई गईं। इस दौरान जिले के नौ निबंधन कार्यालय में कुल 16,55,56,907 रुपये की 1,104 रजिस्ट्रियां हुईं। सबसे अधिक सदर तहसील के पांच सब रजिस्ट्रार कार्यालय में 441 रजिस्ट्रियां हुईं। इससे 7,38,66,340 रुपये विभाग को प्राप्त हुए। दूसरे नंबर पर सरोजनीनगर क्षेत्र रहा। जहां 4,26,32,927 रुपये की 299 रजिस्ट्रियां कराई गईं। मोहनलालगंज तीसरे नंबर पर रहा। इस क्षेत्र में 183 रजिस्ट्रियाें से विभाग को 3,01,29,580 रुपये प्राप्त हुए। इसी तरह बीकेटी में 1,85,56,390 रुपये की 171 रजिस्ट्री व सबसे कम मलिहाबाद में 3,71,670 रुपये की 10 रजिस्ट्री कराई गईं। सहायक महानिरीक्षक निबंधन सतीश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि एक दिन में सरकार को 16,55,56,907 रुपये प्राप्त हुए हैं।

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42 स्थानों पर बिका पटाखा, रात तक होती रही खरीदारी

थोक बाजार काकोरी के अलावा ऐशबाग रस्तोगी इंटर कालेज, डीएवी समेत शहर में करीब 42 स्थानों पर फुटकर बाजार लगा। सभी जगहों पर देर रात खरीदार देखे गए। लखनऊ फायर वर्क्स डीलर एसोसिएशन के वरिष्ठ महामंत्री सतीश मिश्रा ने बताया कि कारोबार शुरू हो गया है। दीपावली तक पूरा कारोबार 50 करोड़ के इर्द-गिर्द रहने की उम्मीद है।

पटाखा व्यवसाय से जुडे़ सबसे पुराने कारोबारी एवं एसोसिएशन के सदस्य गुलशेर आजाद बताते हैं कि दीपावली तक फुटकर कारोबार पटरी पर आ जाएगा। ग्राहक बाजार में बड़ी संख्या में खरीदारी कर रहे हैं। लखनऊ फायर वर्क्स डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष महेश चंद्र गुप्ता के मुताबिक, थोक बाजार अब धीरे-धीरे उतरने लगा है। फुटकर चढ़ना शुरू हो गया है। थोक कारोबारी अर्पित जायसवाल के अनुसार, इस बार सिर्फ ग्रीन पटाखों की धूम है।

  1. सर्राफा बाजार (ब्रांडेड और नॉन ब्रांडेड, सिक्के) : 200 करोड़।
  2. बर्तन बाजार : 150 करोड़।
  3. ऑटोमोबाइल : 200 करोड़।
  4. रियल एस्टेट : 300 करोड़।
    कपड़ा : 150 करोड़।
  5. रेडीमेड गारमेंट्स : 150 करोड़।
  6. मिठाई और ड्राईफ्रूट्स : 250 करोड़।
  7. मोबाइल, एसेसरीज और लैपटॉप और अन्य गैजेट्स : 60 करोड़।
  8. इलेक्ट्रानिक्स आइटम (फ्रिज, वॉशिंग मशीन, गीजर, टीवी आदि) : 250 करोड़।
  9. पटाखा : 50 करोड़।
  10. सजावट, फूल, माला, धूप, अगरबत्ती समेत अन्य पूजन सामग्री : 125 करोड़।
  11. फर्नीचर : 75 करोड़।
  12. झालर और डिजाइनर लाइट : 60 करोड़।
  13. दीया, खील और चूरा : 25 करोड़।

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