रुद्रपुर: श्रद्धा और आस्था के साथ हुई गोवर्धन पूजा

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Published By Bhupesh Kanaujia
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रुद्रपुर, अमृत विचार। आस्था व श्रद्धा का पर्व गोवर्धन पूजा उत्साह और आस्था पूर्वक मनाया गया। इस दौरान मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने गोवर्धन पर्वत की पूजा अर्चना की और 56 व्यंजनों का भोग लगाकर अपनी आस्था को प्रकट किया। जिससे वातावरण कृष्णमय हो गया। वहीं पूजा अर्चना के बाद विशाल भंडारे आयोजन हुआ। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।

मंगलवार की सुबह होते ही लोगों ने अपनी घरों की सफाई कर गोवर्धन पर्वत का स्वरूप बनाकर पूजन किया और उसके बाद नजदीक के मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। इस दौरान शहर के लक्ष्मी नारायण मंदिर, शिव शक्ति मंदिर, बृहस्पति देव मंदिर, तुलसी धाम मंदिर के अलावा वार्डों में स्थित मंदिरों में श्रद्धालुओं ने 56 भोग का प्रसाद गोवर्धन पर्वत के समक्ष चढ़ाया और भक्ति भाव से आराधना की।

मान्यता है कि भगवान श्री कृष्ण के कहने पर ब्रजवासियों ने गोवर्धन की पूजा करनी शुरू कर दी थी। कारण जिस वक्त इंद्रदेव क्रोधित हुए और ब्रज में घनघोर वर्षा प्रारंभ करा दी। इसके बाद चारों ओर तबाही का मंजर हो गया। जिसे देखकर भगवान श्री कृष्ण ने ब्रजवासियों की रक्षा के लिए गोवर्धन पर्वत को अपनी छोटी उंगली पर उठा लिया और ब्रजवासियों की रक्षा। इस मौके पर सनातन धर्म सभा के सरपरस्त नंदलाल भुड्डी, अध्यक्ष महेश बब्बर, महामंत्री ओमप्रकाश अरोरा, तिलकराज घई, विजय जग्गा, शशि अरोरा समेत कई श्रद्धालु मौजूद रहे।