Kanpur News : टॉप 10 बदमाशों पर कार्रवाई में 46 जिले फिसड्डी, कानपुर पुलिस कमिश्नरेट का भी प्रदर्शन खराब

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Published By Nitesh Mishra
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कानपुर पुलिस कमिश्नरेट भी खराब प्रदर्शन वाले जिलों में रहा।

कानपुर पुलिस कमिश्नरेट भी खराब प्रदर्शन वाले जिलों में रहा। डीएम, सात पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस कमिश्नर, सभी एसएसपी और एसपी को पत्र जारी किया है। 46 जिलों में सुधार करने के निर्देश दिए हैं।

कानपुर, अमृत विचार। शासन के महत्वपूर्ण लक्ष्यों में से एक, टॉप 10 अपराधियों को सजा दिलाने में कानपुर पुलिस कमिश्नरेट समेत 46 जिले फिसड्डी साबित हुए। एक साल सात माह छह दिनों में शासन स्तर पर हुई समीक्षा में इसका खुलासा हुआ है। प्रमुख सचिव गृह ने इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए 22 नवम्बर को सभी डीएम, सात पुलिस कमिश्नरेट के पुलिस कमिश्नर, सभी एसएसपी और एसपी को पत्र जारी किया है। 46 जिलों में सुधार करने के निर्देश दिए हैं।

प्रमु्ख सचिव के जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि 25 मार्च 2022 से 31 अक्तूबर 2023 तक की गई समीक्षा में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। 46 जिले ऐसे हैं जहां एक भी टॉप 10 अपराधी का दोष साबित कर उसे सजा नहीं दिलाई जा सकी है। सिद्धार्थनगर ने सबसे ज्यादा 7 टॉप 10 अपराधियों को सजा दिलाई है।

वहीं मेरठ और कौशाम्बी ने 6, उन्नाव, रायबरेली, अयोध्या, देवरिया ने 4-4, हापुड़, लखनऊ ने 3, बलरामपुर, कन्नौज, इटावा, गौतमबुद्ध नगर, फतेहपुर, मुरादाबाद, ललितपुर, जालौन, अमेठी ने 2-2,  कुशीनगर, अम्बेडकरनगर, महराजगंज, सीतापुर, बिजनौर, बंदायू, कुशीनगर, जौनपुर, बस्ती और एटा ने 1-1 टॉप 10 अपराधियों को दोष सिद्ध करा सजा दिलाई है। प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने बाकी के 46 जिलों के पुलिस कमिश्नर, डीएम, एसएसपी और एसपी से इसमें सुधार करने के निर्देश दिए हैं।

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