बरेली: करोड़ों फूंककर चौड़ी की गई सड़कों-फुटपाथों पर जम गए अतिक्रमणकारी
![बरेली: करोड़ों फूंककर चौड़ी की गई सड़कों-फुटपाथों पर जम गए अतिक्रमणकारी](https://www.amritvichar.com/media/2023-12/30bly_158_30112023_1.jpg)
![](https://www.amritvichar.com/media/2024-07/neha-gupta-336.jpg)
बरेली, अमृत विचार। शहर में एक तरफ सड़कों को चौड़ा करने के लिए करोड़ों फूंकने के बाद चहुंओर विकास का ढिंढोरा पीटा जा रहा है, दूसरी ओर इन्हीं सड़कों के अतिक्रमण की वजह से लगातार सिकुड़ने की अनदेखी की जा रही है।
फुटपाथ तो हर तरफ घिरे ही हुए हैं, हालत यह है कि अवैध कब्जों की वजह से कई सड़कों की चौड़ाई आधी भी नहीं रह गई है। डेलापीर चौराहे से सेंट फ्रांसिस स्कूल के बीच 40 फुट चौड़ी सड़क कब्जों की वजह से सात फुट चौड़ी भी नहीं रह गई है।
शील चौराहे से स्वयंवर बरातघर तक चौड़ी की गई सड़क पर निकलना तक मुश्किल
शील चौराहे से स्वयंवर बरातघर तक सड़क को बीडीए ने चौड़ा किया था लेकिन बेतहाशा अतिक्रमण की वजह से यह सड़क अब इतनी तंग हो गई है कि शाम की भीड़भाड़ में इस पर निकलना भी दुश्वार हो जाता है। इस रोड पर फुटपाथ के साथ सड़क पर भी अतिक्रमण है।
चौराहे के पास मॉल है जहां फुटपाथ पर वाहनों के लिए पार्किंग बना ली गई है। कब्जे इतने ज्यादा हैं कि बांके बिहारी मंदिर तक फुटपाथ पूरी तरह गायब हो चुका है। फुटपाथ पर ही लोगों ने क्यारियां तक बना ली हैं। नगर निगम की ओर से कब्जा करने वालों को कभी नोटिस तक जारी नहीं किया गया है।
स्वयंवर बरातघर से झूलेलाल द्वार तक कहीं फुटपाथ पर पार्किंग कहीं पक्के निर्माण
स्वयंवर बरात घर चौराहे पर ही फुटपाथ गायब है। इसके आगे कोचिंग चलाने वालों ने फुटपाथ को पार्किंग बना लिया है। इसके सामने भी फुटपाथ के ऊपर नर्सिंग होम ने ढलाननुमा निर्माण करा लिया है ताकि उस पर स्ट्रेचर उतारी जा सके।
मंदिर के आगे होटल और नर्सिंग होम में आने वाले लोगों के वाहन सड़क पर भी खड़े होते हैं। फुटपाथ पर चलने लायक जगह नहीं बची है, इसलिए पैदल लोग सड़क पर ही चलते हैं।
डेलापीर से सेंट फ्रांसिस स्कूल तक 40 फुट चौड़ी सड़क की रह गई सात फुट चौड़ाई
करीब 40 फुट चौड़ा रास्ता भी कैसे सात फुट चौड़ाई तक सिमट सकता है, यह देखना हो तो डेलापीर चौराहे पर देखा जा सकता है।
यहां नर्सिंग होम चलाने वालों ने यातायात व्यवस्था की परवाह किए बगैर फुटपाथ पर कब्जा जमा लिया है। पहले फुटपाथ पर ही उनके वाहन खड़े होते थे जो अब सड़क पर भी खड़े होने लगे हैं। सड़क की एक लेन वाहनों की भरमार की वजह से छिप गई है। 40 फुट चौड़ाई की सड़क पर इस कदर अवैध कब्जे हैं कि उस पर दो कारें एक साथ निकलना मुश्किल हो जाता है।
धर्मकांटा से एमबी कॉलेज तक फुटपाथ पर कब्जे मगर निकलने लायक जगह भी
टीबरीनाथ मंदिर की तरफ बढ़ने से पहले चौराहे के आगे दवा की दुकान और कई और दुकानदारों ने फुटपाथ का कुछ न कुछ हिस्सा कब्जा रखा है। हालांकि इस मार्ग पर कई जगह अब भी फुटपाथ पर पैदल चलने लायक जगह बची है लेकिन कुछ जगहों पर फुटपाथ को पूरी तरह बंद कर दिया गया है।
ये भी पढ़ें: बरेली: कई साल से बंद मकानों के भी बिल भेज रहा बिजली विभाग