गोंडा: सपा के पूर्व मंत्री के रिश्तेदार समेत 11 लोगों को नगर पालिका ने दी नोटिस, डीएम से मिले पीड़ित

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Published By Deepak Mishra
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गोंडा, अमृत विचार। नजूल की जमीन को बिना फ्री होल्ड कारण मकान बना लेने के मामले में समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री रहे योगेश प्रताप सिंह के रिश्तेदार समेत 11 लोग फंस गए हैं। नगर पालिका प्रशासन ने सभी को नोटिस जारी कर जमीन खाली करने को कहा है। पालिका प्रशासन की नोटिस से कब्जेदारों में हड़कंप मचा है। पालिका की नोटिस मिलने के बाद मंगलवार को इस कालोनी में रहने वाले लोगों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की और नोटिस को रद्द कराए जाने की मांग की।

नगर पालिका परिषद के अंतर्गत कई मोहल्ले में लोगों ने नजूल की जमीन पर आशियाना बनकर रहना शुरू कर दिया है। शहर के शायद ही कोई ऐसी मोहल्ला हो जहां पर मकान बनाकर लोग रहे  न रहे हो। ऐसा ही एक मामला वाल्मीकि कॉलोनी का है‌। इस कालोनी में करीब 250 मकान बने हैं। कई परिवार पीढ़ियों से यहां रहते आ रहे हैं। इन्ही में सपा के पूर्व मंत्री रहे योगेश प्रताप सिंह के रिश्तेदार डा डीपी सिंह का मकान भी है‌।

अधिकतर परिवार वाल्मीकि समाज के हैं और वह नगर पालिका के कर्मचारी भी हैं। अब पालिका परिषद ने इस जमीन को नजूल की जमीन बताकर यहां रह रहे लोगों को जमीन खाली करने का निर्देश दिया है। पालिका परिषद की तरफ से 11 लोगों को नोटिस जारी की गयी है। जिसमें डा डीपी सिंह समेत सोमनाथ, अकबर अली, मकसूद, अमित शुक्ला, कृष्ण कुमार शुक्ला, गीता, शिवकुमार, राम दयाल, मीना व बबली का नाम शामिल है।

नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी की तरफ से अकबर अली व अन्य को दी गयी नोटिस में कहा गया है कि सिविल लाइन छावनी सरकार के उत्तरी छोर पर वाल्मीकि मोहल्ले में रहने वाले लोगों ने अवैध रूप से नजूल की जमीन पर पक्का मकान बना लिया है‌।‌  इसकी रिपोर्ट नजूल प्रभारी ने दी है‌। ऐसे में सभी लोग नजूल की जमीन को मुक्त कर दें। ऐसा न करने पर अभियान चलाकर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।नगर पालिका की नोटिस मिलने के बाद यहां रहने वाले परिवार सकते में हैं।

यहां रह रहे लोगों का कहना है कि वह लोग कई पीढ़ी से यहां मकान बनाकर रह रहे हैं। बाकायदा नगर पालिका परिषद को टैक्स भी दे रहे हैं। अचानक नगर पालिका परिषद की ओर से जगह खाली करने के लिए नोटिस भेज दी गई है। जिससे वह लोग परेशान हैं। यहां पर रहने वाले अधिकतर लोग नगर पालिका परिषद के कर्मचारी भी हैं। जो सफाई आदि का कार्य करते हैं। मंगलवार को इन कर्मियों ने जिलाधिकारी को पत्र देकर समस्या के निस्तारण के गुहार लगाई है।

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