अल्मोड़ा: बंद पड़े अस्पताल को खोलने की मांग को लेकर किया प्रदर्शन
अल्मोड़ा, अमृत विचार। विकास खंड भैंसियाछाना के प्राथमिक अस्पताल के बंद पड़े भवन को खुलवाने की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने रीठागाड़ी दगड़ियों संघर्ष समिति के बैनर तले अस्पताल परिसर में प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने इस दौरान स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। साथ ही शीघ्र अस्पताल के अपने नए भवन का निर्माण शुरू ना करने पर उग्र आंदोलन शुरू करने की चेतावनी भी दी है।
विकास खंड के दूरस्थ क्षेत्र कनारीछीना के ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वर्ष 1980 में यहां किराए के भवन में डेढ़ सौ रुपये मासिक किराए पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का संचालन शुरू किया गया। लंबे समय तक अस्पताल के संचालन के बाद भवन स्वामी बहादुर सिंह समय समय पर अस्पताल भवन का किराया बढ़ाकर सर्किल रेट के अनुसार देने की मांग विभाग के अधिकारियों से करते रहे। लेकिन विभाग द्वारा अस्पताल भवन का किराया नहीं बढ़ाया गया।
इधर कुछ महीनों से पूर्व से दिए जा रहे किराए का भुगतान भी विभाग ने नहीं किया। जिससे गुस्साए भवन स्वामी ने करीब एक सप्ताह पहले अस्पताल पर ताला ठोक दिया। मजबूरी में अब अस्पताल का संचालन कनारीछीना एएनएम केंद्र से हो रहा है। लेकिन एएनएम केंद्र के काफी दूर होने के कारण ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता पंकज पांडे ने बताया कि जनता के दबाव के बाद यहां अस्पताल का अपना भवन स्वीकृत किया गया था।
जिसका निर्माण भी शुरू हुआ। लेकिन बाद में निर्माण कार्य आधा अधूरा छोड़ दिया। पांडे ने कहा कि विभाग ना ही अपने नए भवन का निर्माण कर पा रहा है और ना ही आज तक जिस भवन में अस्पताल संचालित हो रहा था। उसके किराए का भुगतान कर रहा है। जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है।
पांडे ने बताया कि विभाग की इस लापरवाही से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है और वह अस्पताल के पुराने भवन का ताला खुलवाने और नए भवन का निर्माण शुरू करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अगर ग्रामीणों की मांग पर कार्रवाई नहीं की गई तो वह उग्र आंदोलन शुरू कर देंगे। प्रदर्शन के दौरान भरत जोशी, राजेंद्र प्रसाद, दयाल जोशी, दान सिंह, पार्वती देवी, गणेश सिंह, गिरीश सिंह, दीपक जोशी समेत अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।