पीलीभीत: औद्योगिक विकास का सपना होगा साकार, राजधानी तक का सफर आसान

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Published By Vishal Singh
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99.52 करोड़ की लागत से पर बन रहा फ्लाईओवर

पीलीभीत, अमृत विचार। जनपद के चंहुमुखी विकास के लिए तमाम योजनाएं स्वीकृत की गई। कामों की शुरूआत भी की गई, लेकिन अडंगों के चलते कहीं न कहीं योजनाओं पर ब्रेक लगता रहा। हालांकि जिम्मेदारों ने दिलचस्पी दिखाई तो अब आने वाले नए साल में जनपद के विकास से जुड़ी यह योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं। आने वाले नए साल में जहां जनपद के औद्योगिक विकास का सपना साकार हो सकेगा, वहीं  जनपद से मैलानी होते हुए प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक ट्रेनों से सफर भी शुरू हो सकेगा।

जिले में औद्योगिक विकास का सपना धरातल पर उतरता दिखाई दे रहा है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के माध्यम से जनपद में एमएसएमई विभाग के तहत 251 निवेशकों से 8500 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए है। एमएसएमई विभाग में प्राप्त 8500 करोड़ रुपये के सापेक्ष 90 निवेशकों के 1100 करोड़ के प्रोजेक्टों पर काम की शुरूआत भी हो चुकी है। आने वाले नए साल में यह सभी प्रोजेक्ट पूरी तरह से धरातल पर दिखाई देंगे।  

सीसीटीवी के साये में रहेगी 720 ग्राम पंचायतें
ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत आने वाले नए साल में जिले की सभी 720 ग्राम पंचायतों में सीसीटीवी लगाए जाएंगे। शासन से इसकी मंजूरी मिल चुकी है। राज्य वित्त एवं 13वें वित्त की धनराशि से कैमरे लगाए जाएंगें। इन कैमरों को पुलिस कमांड कंट्रोल से जोड़ा जाएगा।  कैमरों के संचालन के लिए ग्राम पंचायतों में सोलर सिस्टम लगवाने के साथ इंटरनेट कनेक्टिविटी को क्रियाशील किया जाएगा। सीसीटीवी के साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाया जाएगा। यह कैमरे ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के साथ ही प्रमुख चौराहा एवं मार्गों पर लगवाए जाएगें। कैमरों के लगने से महिला सुरक्षा के साथ ही ग्राम पंचायतों में संसाधनों का दुरुपयोग भी रुकेगा।

पीलीभीत से मैलानी होते हुए राजधानी तक का सफर होगा आसान
नए साल पर जनपद से मैलानी होते हुए राजधानी लखनऊ तक बड़ी रेल लाइन का सफर आसान हो सकेगा। आमान परिवर्तन के बाद इस ट्र्रेन रुट पर लखनऊ से मैलानी तक ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था। नवंबर माह में मैलानी से पूरनपुर होते हुए शाहगढ़ तक ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था। शाहगढ़ से पीलीभीत तक ट्रेनों के संचालन के लिए वन विभाग द्वारा एनओसी न मिलने के कारण काम अटका चल रहा था। इधर वन विभाग से एनओसी मिलने के बाद कार्यदायी संस्था ने माला जंगल सहित शाहगढ़ से पीलीभीत तक पूरे सेक्शन में ट्रैक बिछा दी है। माला नदी के पुल के दोनों पिलर भी तैयार हो चुके हैं। पीलीभीत-माला के बीच पुल संख्या 265 भी तैयार है।  विद्युतीकरण के लिए माला-संडई हाल्ट के बीच फाउंडेशन पर कार्य चल रहा है। कार्यदायी संस्था ने फरवरी तक काम पूरा करते हुए ट्रेन संचालन की  बात कही है।

असम हाईवे के फ्लाईओवर बनने से सुगम होता यातायात
आने वाले साल में असम हाईवे पर बन रहे फ्लाईओवर का निर्माण जून तक पूरा हो जाएगा। वर्ष 2022 में मंजूरी मिलने के बाद 650 मीटर लंबे इस फ्लाई ओवर को 99.52 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है। निर्माण में बाधा बन रहे बिजली के खंभों की शिफ्टिंग होने से काम तेजी से शुरू हो गया है। कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर तरुण बनर्जी के मुताबिक जून तक फ्लाईओवर को तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

नए साल पर जिले की सभी 76 सहकारी समितियां होगीं ऑनलाइन
जनपद में सहकारिता विभाग द्वारा 76 सहकारी समितियां संचालित की जा रही हैं। गत वर्ष शासन से प्रथम चरण में जिले की 38 सहकारी समितियों को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए थे, लेकिन बाद में इस पर रोक लगा दी गई। इधर राज्यस्तरीय कमेटी की बैठक मे जिले की सभी 76 सहकारी समितियों को ऑनलाइन करने की स्वीकृति दी गई है। आने वाले नए साल की शुरूआत में ही इस पर कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

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