भीमताल: आदमखोर बाघिन को पकड़ने में वन विभाग की मेहनत लाई रंग
भीमताल, अमृत विचार। वन विभाग की ओर से पकड़ी गई बाघिन के आदमखोर होने की पुष्टि होने के बाद जहां प्रभावित जनता ने राहत की सांस ली है, वहीं वन विभाग भी अब राहत में है। वन विभाग का प्रयास रंग लाया। सीमित संसाधन के बावजूद आदमखोर बाघिन को पकड़ा। इतना ही नहीं क्षेत्र की जनता के रोष का सामना करना पड़ा।
जनप्रतिनिधियों के द्वारा आला अधिकारियों के स्थानान्तरण तक की बात की गई, लेकिन फिर भी वन विभाग के आला अधिकारियों ने हिम्मत नहीं हारी। पूरे प्रदेश से आला अधिकारियों की टीम से लेकर बाघ विशेषज्ञ तक बुला डाले। जंगलों में वन विभाग के अधिकारियों ने डेरा तक डाल दिया। इसके बाद बाघिन होने की पुष्टि तक जंगल में डेरा डालकर सर्च अभियान चलाया।
वहीं डब्ल्यूआईआई की टीम से सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिकों की टीम बुलाकर बाघ को पकड़ने की प्लानिंग की। अब जब पुष्टि हो गई है तो क्षेत्र की जनता में भी राहत है। वन विभाग के अधिकारियों को भी संभवत: राहत मिलेगी। अब विभाग ने प्रभावित क्षेत्र में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई है।
संभवत : इस योजना में आने वाले दो तीन दिन में अमल भी प्रारंभ हो जाएगा। वन क्षेत्राधिकारी बढ़ौन नितिन पंत बताते हैं कि वन विभाग के आला अधिकारियों के निर्देशन पर इस पर विचार किया गया है। इसके तहत प्रभावित गांव में लोगों में जागरूकता अभियान तथा मानव जीव संघर्ष, स्कूलों में विशेष तौर पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
वहीं बताया कि वर्तमान में जब तक उच्च अधिकारियों के निर्देश प्राप्त नहीं होते हैं तब तक वन कर्मचारी जंगल में ही तैनात हैं। गस्त जारी है, वहीं बताया कि अब भी लोगों के द्वारा स्थान स्थान पर तेंदुए के दिखाई देने की सूचना मिल रही है। जिस पर उस स्थान पर टीम को भेजा जा रहा है।
