नो योर आर्मी फेस्टिवल 2024 ने कराया सुरक्षा का एहसास, कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा बदलाव के दौर में सेना, लोगों ने कही ये बात  

नो योर आर्मी फेस्टिवल 2024 ने कराया सुरक्षा का एहसास, कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा बदलाव के दौर में सेना, लोगों ने कही ये बात  

अमृत विचार लखनऊ। राजधानी में पिछले तीन दिनों तक आयोजित हुई नो योर आर्मी फेस्टिवल के माध्यम से भारतीय सेना ने देश की सुरक्षा का एहसास कराया है। तीन दिनों तक चले इस कार्यक्रम में बच्चों से लेकर बड़ो तक ने जाना है कि हमारी सेना किस तरह से और कैसे हमारी सुरक्षा करती है। बड़ी बात ये भी उन हथियारों के बारे में भी लोगों ने जाना कि सेना कैसे-कैसे किस-किस परिस्थिति में कौन कौन-कौन से हथियार इस्तेमाल करती है।

तीसरे दिन मेले के समापन से पहले अमृत विचार ने लोगों को मूड को भी जाना और उनकी राय ली तो लोगो ने कहा यहां आकर अपनी भारतीय सेना पर आज उन्हें दो गुना गर्व हो गया। लोगों ने इस तरह के आयोजन साल में दो बार करने की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस तरह के आयोजन से हमारे बच्चे भी भारतीय सेना से रूबरू हो सकेंगे। उनकों करीब से जानने का अवसर मिलेगा और बच्चे सेना में जाने के लिए उत्साहित भी होंगे। बता दें कि लखनऊ छावनी में 'नो योर आर्मी फेस्टिवल'5 जनवरी से 7 जनवरी तक किया गया। इस तीन दिवसीय महोत्सव हर वर्ग के लोग उपस्थित रहे। यहां कई अन्य आकर्षणों के अलावा सैन्य हथियारों और उपकरणों के मंत्रमुग्ध कर देने वाले प्रदर्शन को देखने लोग आए। यह उत्सव विशेष रूप से स्कूल और कॉलेज के छात्रों के बीच लोकप्रिय रहा।

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आर्मी के इस फेस्टिवल में बच्चों को कैरियर की नई दिशा भी मिली। साथ ही बच्चों को ये भी बताया गया कि देश की सुरक्षा के लिए आर्मी कितना जरूरी है-फोटो अमृत विचार

 

इस दौरान  सूर्या कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि, सूर्या कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा और कई वरिष्ठ सैन्य और नागरिक गणमान्य व्यक्तियों ने समापन समारोह की शोभा बढ़ाई।  इस अवसर पर खुकरी नृत्य, कलारीपयट्टू, सैन्य बैंड, सैन्य डॉग शो  सहित शानदार आकर्षण जैसे हॉट एयर बैलूनिंग और रॉक क्लाइम्बिंग आदि जैसे अन्य प्रदर्शन शामिल थे। 

युवाओं ने की अमृत विचार से बातचीत कहा कैरियर को मिली नई दिशा

इसे मेले के आयोजन से पहले छपी खबरों का असर ये हुआ कि लखनऊ के आसपास जिलों का भी यूथ वर्ग भी काफी संख्या में शामिल हुआ। अमृत विचार ने उनसे बातचीत की तो युवाओं ने कहा आज इस कार्यक्रम में शामिल होकर उनका भी आर्मी में जाने का मन होता है। रायबरेली से आये मनोज कुमार बताया कि उनके पिता पेशे से किसान हैं। वह अभी बीए प्रथम ईयर में पढ़ रहे हैं उनकी इच्छा है कि वह सेना में जाकर देश सेवा करेंगे। इसी तरह से लखनऊ के त्रिवेणी नगर से पहुंचे सौरभ शुक्ला ने कहा कि उनका भी आर्मी में जाने का मन है। इसके अलावा अमृत विचार से इंद्रजीत सिंह, अनिल कुमार, बबूल वर्मा, रोहित कुमार, अजय कुमार ने भी बातचीत में बताया कि इस फेस्टिवल उनकों कैरियर की एक नई दिशा मिला है। आर्मी के अधिकारियों ने उनके हर सवाल का समाधान भी किया है। 

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फेस्टिवल में बच्चों और बड़ो सहित सभी लोगों ने सेना के टैं की खूबियो को समझा-फोटो
 
आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजा सुब्रमणि ने कहा सेना परिवर्तन के दौर से गुजर रही

इस मौके  पर आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजा सुब्रमणि ने नो योर आर्मी फेस्टिवल जबरदस्त भागीदारी के लिए नागरिकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "आत्मनिर्भरता पर ध्यान देने के साथ भारतीय सेना परिवर्तनकारी दौर से गुजर रही है और नो योर आर्मी फेस्टिवल में प्रदर्शित उपकरण और हथियार इस परिवर्तन को दर्शाते हैं।" आर्मी कमांडर ने उत्सव के आयोजन में शामिल भारतीय सेना की विभिन्न इकाइयों और रेजिमेंटों की भी सराहना की। उन्होंने सूचनात्मक स्टॉल लगाने के लिए भारतीय वायु सेना, जोनल भर्ती कार्यालय, एनसीसी, जिला सैनिक बोर्ड और राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के प्रति आभार व्यक्त किया। आर्मी कमांडर ने कार्यक्रम के आयोजन को सुविधाजनक बनाने में समर्थन के लिए नागरिक प्रशासन को भी धन्यवाद दिया।

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आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राजा सुब्रमणि ने नो योर आर्मी फेस्टिवल जबरदस्त भागीदारी के लिए नागरिकों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "आत्मनिर्भरता पर ध्यान देने के साथ भारतीय सेना परिवर्तनकारी दौर से गुजर रही है- फोटो अमृत विचार

 

सूर्या कमान की ओर से, आर्मी कमांडर ने लखनऊ के लोगों को सेना दिवस 2024 समारोह के हिस्से के रूप में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया, जिसमें डॉ. भीम राव अंबेडकर मेमोरियल पार्क में आयोजित होने वाले सैन्य बैंड कॉन्सर्ट भी शामिल है। 14 जनवरी, 2024 को अम्बेडकर मेमोरियल पार्क और 15 जनवरी, 2024 को सेना दिवस और शौर्य संध्या (एक सैन्य प्रदर्शन)। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह पहली बार है कि लखनऊ सेना दिवस परेड की मेजबानी कर रहा है जो बहुत गर्व की बात है और लखनऊ और मध्य कमान दोनों का सम्मान की बात है।

ये कार्यक्रम भी हुए आयोजित

नो योर आर्मी फेस्टिवल के दौरान, दर्शकों को लुभावनी प्रदर्शनियों से रूबरू कराया गया, जिनमें मार्शल आर्ट टीमों और विभिन्न सैन्य हथियारों और उपकरणों का साहसिक प्रदर्शन किया गया था। इस कार्यक्रम में आत्म-निर्भर भारत की तकनीक-संचालित सेना के साथ-साथ कई स्वदेशी निर्मित हथियार और सैन्य उपकरण भी शामिल थे। उल्लेखनीय प्रदर्शनों में टी-90 टैंक, भारतीय सेना का मुख्य युद्धक टैंक, स्वदेशी के-9 वज्र स्व-चालित तोपखाने बंदूक, स्वदेशी रूप से निर्मित हथियार लोकेटिंग रडार, एंटी ड्रोन सिस्टम और बहुत कुछ शामिल हैं। उत्सव में कई जानकारीपूर्ण काउंटर, मनोरम सैन्य प्रदर्शन और एक रोमांचक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता शामिल थी।

जोनल रिक्रूटिंग संगठन के एक सूचनात्मक काउंटर ने युवाओं को कैरियर के अवसरों और सैन्य सेवा से संबंधित नवीनतम विकास के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया। लाइव प्रदर्शनों ने अत्याधुनिक सैन्य हथियारों की क्षमताओं का प्रदर्शन किया और युवाओं को आधुनिक सैन्य उपकरणों का पहला अनुभव दिया। क्विज़ प्रतियोगिता, इस आयोजन का एक मुख्य आकर्षण थी, जिसमें प्रतिभागियों को एक चुनौतीपूर्ण लेकिन ज्ञानवर्धक प्रतियोगिता में शामिल किया गया, जहाँ विजेताओं को विशेष रूप से तैयार किए गए स्मृति चिन्ह से सम्मानित किया गया। इस अनूठे अवसर ने उपस्थित लोगों को हमारे सशस्त्र बलों द्वारा उपयोग की जाने वाली अत्याधुनिक तकनीकों को प्रत्यक्ष रूप से देखने का मौका दिया, जिससे भारतीय सेना और इसकी दुर्जेय ताकत के बारे में गहरी समझ विकसित हुई।

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