डीएम का आश्वासन बेअसर, 6 महीने से वेतन का इंतजार कर रहे पंचायत कर्मी - आंदोलन को हुए विवश  

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Published By Jagat Mishra
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पयागपुर/ बहराइच, अमृत विचार। छह माह से वेतन का रास्ता देख रहे कर्मियों  को जिलाधिकारी के आश्वासन के बावजूद वेतन नही मिला। जिसके चलते मजबूरन सेवा प्रदाता कर्मी आंदोलन को विवश है। बुधवार को नगर पंचायत कार्यालय का घेराव करते हुए सैकड़ों कर्मियों ने वेतन भुगतान किये जाने की मांग की।

नगर पंचायत पयागपुर के सेवा प्रदाता कंपनी के कर्मचारियों को अगस्त माह से वेतन का भुगतान नहीं हो रहा है। जिस पर सेवा प्रदाता कर्मियों ने शनिवार को तहसील दिवस में एकत्र होकर जिलाधिकारी मोनिकारानी से अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए वेतन भुगतान कराये जाने की मांग की थी। डीएम ने तीन दिनों के अंदर समस्या के समाधान किया जाने का आश्वासन दिया गया था।पीड़ित कर्मियों का कहना है कि चार दिन आश्वासन के बीत गए, लेकिन वेतन भुगतान की कोई पहल नही दिख रही जिससे कर्मी आंदोलन का रुख करने को विवश है। 

बुधवार को सैकड़ों की तादात में सेवा प्रदाता कर्मी मुकेश अग्रवाल,राजकुमार, सूरज,शिवपाल,रितेश बाल्मीकि, भगवान दीन, मुन्नालाल, प्रदीप शर्मा,संजय गौतम,अनीता बाल्मीकि, सुनीता गौतम, मनोज, सरवन, भोलानाथ, अजीत आदि ने नगर पंचायत कार्यालय का घेराव करते हुए वेतन भुगतान किए जाने की मांग की। इन कर्मियो कहना है कि उनका परिवार भुखमरी के कगार पर है।nबच्चों की पढ़ाई लिखाई बन्द है,ऐसे संकट के दौर में जिम्मेदारों की उदासीनता हम कर्मियों के साथ परिवारों पर भारी पड़ रही है।पीड़ित कर्मियों का कहना है कि प्रभारी ईओ प्रमिता सिंह कार्यालय पर आती ही नही है, ऐसे में हम कर्मियों का वेतन बाधित है। मजबूरन कर्मी वेतन भुगतान न होने तक कार्य बहिष्कार जारी रखने को विवश है।

निस्तारण के बाद ही मिलेगा वेतन
इस सम्बंध में ईओ प्रमिता सिंह का कहना है कि सेवा प्रदाता फर्म की जांच चल रही है। आंदोलित कर्मियों में अधिकांश ने काम भी नही किया है। प्रकरण निस्तारण होने तक वेतन भुगतान सम्भव नही है।

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