IIT Kanpur Student Suicide: आईआईटी कानपुर चर्चाओं में… 30 दिन के अंदर तीन छात्र-छात्राओं ने किया सुसाइड, कारण स्पष्ट नहीं
कानपुर आईआईटी में एक माह में तीन लोगों ने सुसाइड कर लिया।
कानपुर आईआईटी में एक माह में तीन लोगों ने सुसाइड कर लिया। हालांकि तीनों के सुसाइड करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका।
कानपुर, अमृत विचार। वैसे तो आईआईटी कानपुर देश के टॉप संस्थानों में शुमार है, लेकिन बीते कुछ दिनों में आत्महत्या के मामलों की वजह से संस्थान चर्चा का विषय बना हुआ है। आईआईटी कानपुर में एक माह के भीतर एक रिसर्च डॉक्टर सहित तीन स्टूडेंटों ने फांसी लगाकर जिंदगी से नाता तोड़ लिया। इसके बाद आईआईटी प्रशासन और वहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में हड़कंप मचा है।
आईआईटी में पहली घटना 19 दिसंबर को हुई थी। मूलरूप से ओडिशा की रहने वाली डॉ. पल्लवी चिल्का ने आईआईटी कानपुर के हॉस्टल में सुसाइड किया था। उनका शव कमरे में पंखे से लटका मिला था। वे एक अगस्त 2023 को रिसर्चर के रूप में संस्थान के बायो साइंस और बायो इंजीनियरिंग विभाग से जुड़ी थीं।
इसके बाद 11 जनवरी को मेरठ निवासी विकास कुमार मीणा ने फांसी लगाकर जान दे दी थी। मेरठ के कंकरखेडा निवासी 30 वर्षीय छात्र विकास कुमार मीणा आईआईटी में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग से एमटेक कर रहा था। उसने हॉस्टल में पंखे से मफलर के सहारे फंदा लगाकर जान दे दी थी।
अब 18 जनवरी को केमिकल इंजीनियरिंग से शोध कर रही पीएचडी छात्रा झारखंड दुमका की प्रियंका जायसवाल ने जान दे दी। इन घटनाओं के बाद संस्थान काफी चर्चा में है। छात्र-छात्राओं की आईआईटी प्रशासन की ओर से देखरेख और काउंसलिंग की जा रही है। अफसोस की बात है कि पिछले छह वर्षों से आईआईटी कानपुर में हर साल एक स्टूडेंट जान देता आ रहा है। यह सिलसिला लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
पहले भी आईआईटी में हुए सुसाइड
- 7 सितंबर 2022 को वाराणसी निवासी पीएचडी छात्र प्रशात सिंह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
- 12 मई 2021 को संस्थान में असिस्टेंट रजिस्ट्रार सुरजीत दास ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
- 09 जुलाई 2020 को आईआईटी के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर प्रमोद सुब्रमण्यन ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
- 30 दिसंबर 2019 को संस्थान में सिक्योरिटी गार्ड आलोक श्रीवास्तव ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
- 19 अप्रैल 2018 को फिरोजाबाद निवासी पीएचडी छात्र भीम रिव्ह ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी।
होनहार छात्र का दुर्भाग्यपूर्ण निधन: आईआईटी
पीएचडी छात्रा प्रियंका जायसवाल के निधन पर आईआईटी प्रशासन की ओर से शोक व्यक्त किया गया। आईआईटी प्रशासन के अनुसार प्रियंका पिछले माह केमिकल इंजीनियरिंग विभाग में शामिल हुई थीं। गुरुवार दोपहर अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गईं।
पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौत के कारण जानने के लिए परिसर का दौरा किया। संस्थान मौत का संभावित कारण निर्धारित करने के लिए पुलिस जांच का इंतजार कर रहा है। प्रियंका के निधन से संस्थान ने एक प्रतिभाशाली और होनहार छात्रा को खो दिया।
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