हल्द्वानी: जेल में बंद अपराधियों और मिलाई करने वालों की रेकी करेगी एसटीएफ
हल्द्वानी, अमृत विचार। पुलिस मुख्यालय ने एसटीएफ को एक और टास्क दे दिया है। एसटीएफ अब जेल में बंद अपराधियों की रेकी करेगी। साथ ही आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस एंड मशीन लर्निंग लैब स्थापित करने के लिए प्रस्ताव बनाने को भी कहा गया है।
मुख्यालय में हुई बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने एसटीएफ, सीसीपीएस और एएनटीएफ को सुदृढ करने के लिए जनशक्ति बढ़ाने का निर्णय लिया। उन्होंने साइबर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, एआई-एमएल (आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस एंड मशीन लर्निंग) लैब स्थापित करने के लिए शासन को प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिए।
कारागारों में बंद अपराधियों पर एसटीएफ नजर रखेगी। एसटीएफ स्थानीय पुलिस और स्थानीय अभिसूचना इकाई से समन्वय रखेगी। जेलों से संचालित हो रहे गैंग और अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए जेलों में निरूद्ध कुख्यात अपराधियों की गतिविधियों पर सतर्क दृष्टि रखते हुए जेल अधीक्षकों से समन्व्य बनाएंगे। साथ ही उनकी निगरानी भी करेंगे, जो जेलों में अपराधियों से मिलने आते हैं। विदेशों में रहकर राज्य में रंगदारी व हत्या जैसे अपराधों में संलिप्त लोगों की मुखबिरों और तकनीक के जरिये सूचना जुटाने के निर्देश बैठक में दिए गए।
साथ ही कुख्यात अपराधियों के खिलाफ गवाही देने वालों की सुरक्षा के लिहाज से निगरानी की जाए। वन्य जीव अपराध को रोकने के लिए वन विभाग, पुलिस, अभिसूचना इकाई की मदद से निगरानी रखें और अपराध पर अंकुश लगाएं। नशे के खिलाफ शिक्षण संस्थानों में जागरुकता अभियान चलाएं और सप्लायरों को चिह्नित करें। साइबर अपराधों से संबंधित नए उपकरणों और सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक ने प्रस्ताव मांगा।
