शाहजहांपुर: चावल पकड़कर इतिश्री कर ली... न गरीबों को बांटे और नहीं कराई FIR, जानिए पूरा मामला 

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
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शाहजहांपुर, अमृत विचार: गरीबों का 35 क्विंटल चावल दो महीने से सुपुदर्गी में डंप पड़ा है। प्रशासन ने बस चावल पकड़ कर इतिश्री कर ली। पकड़ा गया चावल गरीबों के हक का होने के बावजूद गरीबों को नहीं बांटा जा सका है। कोटेदार पर गबन की रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी चल रही थी, लेकिन तैयारी बस तैयारी ही बनकर रह गई। अभी तक हकीकत नहीं बन सकी है। 

ऐसे में सुपुदर्गी में दिया गया चावल खराब होने की कगार पर पहुंच गया है।  सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद सरकारी गल्ला की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। 24 नवंबर को देर शाम अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने रोजा के औद्योगिक क्षेत्र से सरकारी चावल से भरी पिकअप गाड़ी को पकड़ा था। चावल को कब्जे में लेकर दूसरे कोटेदार की सुपुदर्गी में दे दिया गया था। 

अधिकारियों के अनुसार रोजा के औद्योगिक एरिया में स्थित एक राइस मिल पर कोटे का चावल बिकने के लिए जा रहा था। समय रहते पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस को देखकर पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस पिकअप को कब्जे में लेकर थाने ले आई थी और पूर्ति विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। 

सूचना पर खाद्य व पूर्ति विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूछताछ कर पिकअप में लदे सरकारी चावल को एक अन्य कोटेदार के सुपुर्द कर  दिया था। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी वीएस डूलिया ने उस समय बताया था कि रोजा क्षेत्र में एक पिकअप से करीब 35 क्विंटल सरकारी चावल पकड़ा गया। जिसे एक अन्य कोटेदार को सुपुर्द कर दिया गया। 

उस समय अधिकारियों ने बताया था कि कोटेदार के खिलाफ विभागीय के साथ-साथ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी, लेकिन अभी तक ऐसा हो नहीं हो पाया है। अभी तक कोटेदार पर न तो विभागीय कार्रवाई हुई है और न ही रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। ऐसे में गरीबों का राशन डकारने का प्रयास करने वाला खुलेआम घूम रहा है। दूसरी ओर अधिकारी मामले को भूले हुए हैं। यही नहीं सुपुदर्गी में दिया गया 35 क्विंटल चावल अब खराब होने की कगार पर पहुंच चुका है। लगभग दो महीने से वह यूं ही सुपुदर्गी में पड़ा है। 

चावल में घुन लगने और कीड़े पड़ने की आशंका बलवती हो रही है। अगर चावल खराब हो गया तो एक तरह से गरीबों के हक पर ही कुठारघात होगा। पूर्ति विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जल्द से जल्द इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे ताकि प्रकरण का निस्तारण हो सके। कम से कम चावल तो सही जगह पहुंच सके। 

प्रकरण में अभी एफआईआर दर्ज नहीं हो सकी है। चावल को कोटेदार की ओर से समय-समय पर बदला जाता है, जिससे वह खराब नहीं होता है। प्रकरण का दो महीने से लंबित रहना हैरान करता है। जल्द ही प्रकरण का निस्तारण करवाया जाएगा--- ओम हरि उपाध्याय, डीएसओ।

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