बरेली: जांच के बाद खुलासा... फर्जी दस्तावेज से बना अग्निवीर, तीन महीने बाद आया पकड़ में 

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Published By Vishal Singh
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बरेली, अमृत विचार। एक युवक ने सेना में सेंधमारी कर फर्जी दस्तावेज लगाकर अग्निवीर की नौकरी पा ली और तीन महीने के बाद इस मामले का खुलासा हुआ। सेना से आरोपी को बर्खास्त कर पुलिस के हवाले कर दिया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया

बरेली में जाट रेजिमेंटल सेंटर में प्रशिक्षण ले रहे एक अग्निवीर (प्रशिक्षु) के खिलाफ फर्जी दस्तावेज जमा करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई। 

सेना के एक अधिकारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, पंजाब के फाजिल्का के रहने वाले मंगल सिंह ने जाली आधार कार्ड सहित फर्जी दस्तावेज जमा कराए थे। उन्होंने बताया कि आरोपी ने फर्जी आधार कार्ड, इंटर की फर्जी मार्कशीट, चरित्र प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी पाई थी।

स्थानीय पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, शिकायत के आधार पर पुलिस ने जिले के छावनी थाने में प्राथमिकी दर्ज की। जाट रेजिमेंट ट्रेनिंग बटालियन में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल युवराज सिंह ने बताया कि सेना ने आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया है। पुलिस के मुताबिक, मामले की जांच की जा रही है। 

जानकारी के अनुसार जाट रेजिमेंट ट्रेनिंग बटालियन में तैनात लेफ्टिनेंट कर्नल युवराज सिंह ने बताया कि अब से तीन महीने पहले पंजाब के जिला फाजिकला के थाना सदर क्षेत्र के गांव निओला निवासी मंगल सिंह पुत्र मोहन सिंह ने फर्जी आधार कार्ड, इंटर की फर्जी मार्कशीट, चरित्र प्रमाण पत्र बनवाकर सेना में नौकरी पा ली। उसने अग्निवीर सुखदेव सिंह पुत्र रेशम सिंह के दस्तावेज इस्तेमाल किए। साथ ही आधार कार्ड और दस्तावेजों पर अपना फोटो लगाकर सेना में  27 अक्टूबर 2023 को जाट रेजिमेंट के तहत अग्निवीर में भर्ती होकर बरेली आया था। जांच के बाद जब इसका खुलासा हुआ तो हड़कंम मच गया।  

जांच के बाद उसको सेना से बर्खास्त कर दिया गया है। उसके खिलाफ लेफ्टिनेंट कर्नल युवराज सिंह ने कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कराकर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे जेल भेज दिया गया।

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