हल्द्वानी: मायके विदा हुई बेटी की अर्थी, ससुराल पहुंचा बहू का शव

Amrit Vichar Network
Published By Bhupesh Kanaujia
On

हल्द्वानी, अमृत विचार। नीलियम कालोनी में सोमवार को सन्नाटा पसरा था, लेकिन कालोनी लोगों से भरी पड़ी थी। यहां एक घर के बाहर बड़ी संख्या में लोग जमा थे। अजीब सी बेसब्री से भरा सन्नाटा दोपहर करीब एक बजे एंबुलेंस के सायरन के शोर से टूटा तो चीख पुकार मच गई। इस एंबुलेंस में नरेन्द्र सिंह नौलिया की शादीशुदा बेटी और बहू के शव थे। एक ही एंबुलेंस में दोनों शवों को देख लोगों का कलेजा फटने को आ गया। क्या ससुर और क्या बूढ़ी सास, बीवी खोकर जवान बेटा भी बदहवास थी, जिसकी हाल में शादी हुई थी।

नीलियम कोलनी निवासी नरेंद्र सिंह नौलिया यहां अपनी पत्नी, बेटे पंकज और बहू कविता के साथ रहते थे। पंकज और कविता की शादी नरेंद्र ने पिछले साल 26 नवंबर यानी डेढ़ माह पहले की थी। जबकि बेटी सविता की शादी उन्हें बीते वर्ष 6 अप्रैल (10 माह पहले) को देवीधुरा चम्पावत में की थी। सविता अपने पति के साथ मायके से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर नीलांचल कालोनी में रहती थी।

कभी एचएमटी कालोनी में एक साथ रहने और एचएमटी में साथ काम करने वाले नरेंद्र सिंह नौलिया के मित्र धन सिंह निवासी तीनपानी के बेटे की 4 फरवरी (रविवार) को शादी थी। रविवार की रात नरेंद्र अपने बेटे पंकज के साथ एक बाइक पर, जबकि बहू कविता और बेटी सविता स्कूटी से समारोह के लिए तीनपानी निकल पड़े। स्कूटी बहू चला रही थी।

स्कूटी पर सवार बहू और बेटी आगे-आगे और पीछे-पीछे बेटा बाइक पर अपने पिता को लेकर चल रहा था। तभी काल बनकर आए ट्रक ने बहू और बेटी को रौंद दिया। बेटे के सामने उसकी पत्नी और पिता के सामने बेटी रक्तरंजित मृत पड़ी थीं। दोनों को एंबुलेंस से एसटीएच ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव एक ही एंबुलेंस से नीलियम कालोनी पहुंचे। जहां से बहू कविता के शव को अंतिम संस्कार के लिए चित्रशिला घाट ले जाया गया। जहां चचिया ससुर ने दाह संस्कार किया। 

एंबुलेंस से नही उतारी बेटी की लाश, फूट कर रोई मां
नरेंद्र ने बेटी सविता की शादी देवीधुरा के पास स्थित एक गांव में की थी। सविता के पति सिडकुल में काम करते थे। सोमवार को जब बहू और बेटी के शव नीलियम कालोनी पहुंचे तो सविता के शव को एंबुलेंस से नहीं उतारा गया। मां और परिवार के अन्य लोगों को एंबुलेंस में ही सविता का चेहरा दिखाया गया, जिसके बाद सविता का पति सविता के शव को उसी एंबुलेंस लेकर देवीधुरा रवाना हो गया। सविता का अंतिम संस्कार वहीं किया गया। 

सुना तो बेटे की शादी छोड़कर पहुंचा जिगरी दोस्त
हल्द्वानी : बताया जाता है कि कभी एक ही कालोनी और एक ही कंपनी में काम करने वाले नरेंद्र और धन सिंह जिगरी दोस्त थे। नरेंद्र ने नीलियम कालोनी में अपना घर बनाया और धन सिंह ने तीनपानी में, लेकिन संबंधों में कमी नहीं आई। रविवार को बेटे की बरात विदा होनी थी, तभी सविता और कविता के हादसे की खबर मिली। धन सिंह अपने बेटे की शादी और मेहमानदारी छोड़ कर अस्पताल पहुंच गए और देर रात नरेंद्र को ढांढस बंधाते रहे। 
    
ट्रक को ओवरटेक करते वक्त हुआ हादसा
हल्द्वानी : एसपी सिटी हरबंस सिंह के मुताबिक यूओयू के पास घटना ट्रक को ओवरटेक करते वक्त हुई। संभवत: सामने से एक और वाहन आ गया, जिसकी वजह से हादसा हुआ। ससुर नरेंद्र की तहरीर पर पुलिस ने ट्रक संख्या  यूपी 25 जी 9074 के चालक पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। नरेंद्र का कहना है कि हादसा चालक ने ट्रक तेजी व लापरवाही से चलाया और स्कूटी में टक्कर मारते हुए अगले टायर से बेटी, बहू को कुचल दिया। 

संबंधित समाचार