पीलीभीतः इमरजेंसी के सामने सड़क पर प्रसव का मामला, सीएमओ ने कार्रवाई को लिखा, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने शुरू कराई एक बार और जांच

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Published By Om Parkash chaubey
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पीलीभीत,अमृत विचार : मेडिकल कॉलेज परिसर में इमरजेंसी के सामने सड़क पर प्रसव के दौरान नवजात की मौत के मामले में एक बार फिर जांच के निर्देश हुए हैं। सीएमओ के कार्रवाई को पत्र  लिखे जाने पर प्राचार्य ने अब तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी है। अब कमेटी से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद निर्णय लिया जाएगा। उधर, शासन स्तर से भी अभी कोई एक्शन नहीं लिया गया है।

बता दें कि बरेली जिले के थाना हाफिजगंज क्षेत्र के गांव पृथ्वीपुर निवासी नौ माह की गर्भवती सुमन को प्रसव पीड़ा होने पर ससुर कृष्णपाल, सास मुन्नी देवी ई-रिक्शा से लेकर पहुंची थी। आरोप है कि 45 मिनट तक परिवार भटकता रहा और महिला प्रसव पीड़ा से तड़पती रही। फिर पार्क में मौजूद महिलाओं की मदद से सड़क पर ही प्रसव कराया गया और नवजात की मौत हो गई। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने इस मामले की रिपोर्ट दर्ज की थी।

दो बार सीएमओ जांच करा चुके लेकिन रिपोर्ट संतोषजनक नहीं आई। इसके बाद मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को घटना के वक्त मौजूद इमरजेंसी स्टाफ पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। अब मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने कार्रवाई के बजाय तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर जांच के निर्देश दिए हैं।

कमेटी में सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. जगदंबा सिंह, पीडियाट्रिक विभाग के प्रोफेसर डॉ.सुमित सचान और महिला विंग के एनेस्थीसिया डॉ. अश्वनी गुप्ता को शामिल किया गया है। प्राचार्य ने बताया कि सीएमओ का पत्र मिला था। इस पर पुन: एक बार हर बिंदु पर जांच करने के लिए कमेटी बनाई गई है। तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। साथ ही इमरजेंसी स्टाफ को हिदायत भी दी है।

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