हल्द्वानी: शीशमहल गौशाला में बदइंतजामी के बीच दम तोड़ रहे जानवर
हल्द्वानी, अमृत विचार। सड़क पर घूम रहे लावारिस गोवंशीय पशुओं की समस्या से निजात दिलाने के लिए नगर निगम ने हल्द्वानी में दो जगहों पर अस्थाई गौशाला का निर्माण कराया है। इनमें शीशमहल में बनी गौशाला में बदइंतजामी की वजह से गोवंशीय पशु दम तोड़ रहे हैं। हालांकि नजाकत के बगीचे में बनी गोशाला में तब भी हालात सही हैं।
शीशमहल गोशाला में इस समय गिनती के करीब 90 गोवंशीय पशु रखे गए हैं। सांडों को बांधने की अलग व्यवस्था की गई है तो वहीं गाय और बछिया के लिए अलग व्यवस्था की गई है। जहां गाय बांधी गईं हैं वहां उनके खाने के लिए छोटे प्लॉस्टिक के ड्रम में चारा और पानी डाला जा रहा है।
करीब 80 गायों के लिए 14 ड्रम की व्यवस्था की गई है। इनमें से कुछ ड्रम में पानी डाला जाता है तो कुछ ड्रम में चारा डाला जाता है। गौशाला में करीब 10 सांड़ बांधे गए हैं। इनको रस्सी से बांधा गया है। इनके पास ही पानी का ड्रम रख दिया गया है। फिलहाल अस्थाई गौशाला में सफाई और सुरक्षा की व्यवस्था नदारद ही दिखी। मौके पर एक बछिया की काफी बीमार हालत में थी। वह सांस भी नहीं ले पा रही थी।
उसे देखकर लग रहा था कि वह कभी भी दम तोड़ सकती है। बछिया की इतनी तबियत खराब होने के बाद भी उसे किसी पशु अस्पताल मे रखने के बजाए गौशाला में एक तरह से मरने के लिए छोड़ दिया गया है। इससे पहले भी गौशाला में कुछ गौवंशीय पशुओं की मौत हो चुकी थी। सड़क पर लावारिस गौवंशिय पशुओं को एक तरह से यहां लाकर छोड़ दिया गया है जिससे खानापूर्ति पूरी हो सके।
मौके पर मौजूद ही नहीं कोई कर्मचारी
हल्द्वानी। नगर निगम ने विगत दिन गौ रक्षक तक बनाए थे लेकिन गुरुवार की दोपहर में शीशमहल गोशाला में मौके पर कोई भी कर्मचारी नहीं था। अगर किसी जानवर के साथ कोई अनहोनी हो जाए तो बताने वाला कोई नहीं है। साथ ही दो बड़े कट्टे भूसे के रखे गए थे। उतने भूसे में इतने गोवंशीय पशुओं की खुराक कैसे पूरी होगी यह समझ से परे है।
नजाकत खां के बगीचे में स्थिति तब भी सही
हल्द्वानी। राजपुरा स्थित नजाकत खां के बगीचे में नगर निगम ने नजूल भूमि पर अपना स्वामित्व लेकर यहां अस्थाई गौशाला बनाई है। इस गौशाला में तब भी स्थिति बेहतर है। अपरान्ह के समय यहां बड़ी से नाद में भूसा और हरा चारा डाला जा रहा था। साथ ही पानी के लिए भी दो खुले टैंक बना दिए गए हैं। एक टैंक में पानी भर दिया गया है दूसरे टैंक में पानी भरा जाना है। अभी दूसरे टैंक के निर्माण कार्य चल रहा है। साथ ही पेड़ों में पानी के लिए जो गड्ढे किए गए हैं, उनमें भी पानी भर दिया गया है। जिससे पेड़ों को भी पानी मिल रहा है और साथ ही गायों के पानी के लिए भी इंतजाम हो रहा है। यहां हरियाली भी ठीक ठाक है। इसलिए गायों के चरने के लिए भी व्यवस्था है।
गंगापुर कबड़वाल में बन रही स्थायी गौशाला
हल्द्वानी। नगर निगम फिलहाल अस्थायी गौशाला माध्यम से जानवरों को रखने का काम कर रहा है। हल्दूचौड़ के गंगापुर कबड़वाल में 67 एकड़ में गौशाला तैयार किया जा रहा है। जिसमें करीब 4000 से अधिक गौवंशियों की रखने की क्षमता है।
नजाकत खां के बगीचे में बनी गौशाला का मैंने निरीक्षण किया था। वहां जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। शीशमहल गौशाला का भी जल्द निरीक्षण किया जाएगा। अगर कोई कमी है तो उसे तुरंत ही दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
-विशाल मिश्रा, नगर आयुक्त, हल्द्वानी
