Kanpur: पुलिस में कहां करें शिकायत? कब और कैसे मिलेगा समाधान; भटकने की जरूरत नहीं, यहां मिलेगी सारी जानकारी...पढ़ें पूरी खबर

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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प्रतिदिन आने वाली शिकायतों का हो रहा निस्तारण, ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह से दर्ज की जाती शिकायतें

कानपुर, अमृत विचार। पुलिस की छवि आम तौर पर काम टालने की लोगों के मन में बनी हुई है, लेकिन क्या आपको पता है कि पुलिस का कौन सा काम कितने दिन में होता है। मसलन कोई जांच हो या कोई प्रार्थना पत्र किसी अधिकारी के ऑफिस से थाने जाना हो। वह कितने दिन में जाता है। अगर नहीं तो आपके लिए ये समाचार बहुत काम का हो सकता है। हालांकि, इन सभी बिंदुओं पर पहले से काम हो रहा था। 

लेकिन पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार और संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चन्दर और संयुक्त पुलिस आयुक्त क्राइम व मुख्यालय विपिन मिश्ना के साथ जोन के तीन डीसीपी बदल गए। पुरानी व्यवस्था से कमिश्नर अखिल कुमार ने जब लोगों को परेशान देखा तो नई व्यवस्था की यानी पुलिस ऑफिस में घुसते ही दाहिनी तरफ एक ऑफिस डीसीपी क्राइम एवं मुख्यालय के पड़ोस में बनाया। जहां से शिकायत के निस्तारण के दिनों की जानकारी तो मिलती ही है। साथ ही ये भी पता चलता है कि आपकी शिकायत कहां है ?

यहां शिकायतें ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरफ से दर्ज की जाती हैं। साथ ही इस सेल में दो महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। जो आपकी हर तरह की शिकायत सुनने के बाद उनका निस्तारण भी करेंगी। यानी आपको ऑफिस-ऑफिस भटकना नहीं पड़ेगा। बातचीत करने पर यहां मौजूद महिला कर्मचारियों ने बताया कि प्रतिदिन 45 शिकायतें आती हैं और इन शिकायतों का शत प्रतिशत निस्तारण किया जाता है। 

अगर आपको ये पता करना है कि आपके शिकायती पत्र की जांच कहां पर अटक गई है, तो आपको हेल्प डेस्क के सीयूजी नंबर 7839863489 पर संपर्क करना होगा। यहां से आपको ये पता चल जाएगा कि आपकी शिकायत कहां पर है? अगर आपकी फाइल में कोई कमी होगी तो भी आपको इस नंबर से जानकारी हो जाएगी।  

इन सेवाओं के बारे में दी जाती जानकारियां             

शिकायत समाधान सेल में शस्त्र लाइसेंस, पासपोर्ट सत्यापन, चरित्र सत्यापन, चरित्र सत्यापन (ठेकेदारी के लिए),   शिकायत प्रार्थना पत्र (थाना स्तर), शिकायत प्रार्थना पत्र (उच्चाधिकारी स्तर), अप्राकृतिक मृत्यु, दैवीय आपता में मृत्यु दर कार्रवाई, न्यायालय से प्राप्त तामीला, खोए पाए वस्तुओं की सूचना के संबंध में कार्रवाई, गुमशुदा व्यक्ति के बारे में कार्रवाई, शस्त्र लाइसेंस नवीनीकरण के लिए, पोस्टमार्टम रिपोर्ट व अन्य संबंधित अभिलेखों की प्रमाणित प्रति के बारे में जानकारी, चालान 34 पुलिस एक्ट, अग्निशमन द्वारा एनओसी आयोजन संबंधी अनुमति, सार्वजनिक कार्यक्रम के आयोजन संबंधी अनुमति, पटाखों के लाइसेंस के लिए अनुमति या संस्तुति के बारे में जानकारी दी गई। 

ये हैं इमरजेंसी में इस्तेमाल करने वाले टोल फ्री नंबर 

पुलिस- 112
अग्निशमन- 101
एम्बुलेंस- 108
महिला सहायता- 1090
चाइल्ड हेल्पलाइन- 1098
वरिष्ठ नागरिक सेवा- 14567
कोरोना महामारी- 1075
सीएम हेल्पलाइन- 1076
साइबर हेल्प लाइन- 1930

प्रथम अपीलीय अधिकारी 

एडिशनल सीपी मुख्यालय : 9454401972
डीसीपी मुख्यालय : 9454400579

लोगों को किसी प्रकार से परेशान न होना पड़े। लोगों को इधर उधर भटकना पड़ता था, कहां शिकायत करनी है? कितने दिन में शिकायत का निस्तारण होगा। ये एक ही छत के नीचे बताया जाएगा। -आशीष श्रीवास्तव, डीसीपी क्राइम एवं मुख्यालय

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