Kanpur: शहर के इन छह मंदिरों को बनाया जाएगा पर्यटन केंद्र; होगा कायाकल्प, पर्यटन विभाग ने बनाया प्रस्ताव...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। शिवराजपुर में स्थित प्रसिद्ध खेरेश्वर महादेव मंदिर समेत शहर के छह मंदिर धार्मिक पर्यटन का केंद्र बनेंगे। इसके लिए मंदिरों के आसपास सौंदर्यीकरण करके पौराणिक इतिहास और महत्व को उकेरा जाएगा। इसी कड़ी में गंगा किनारे स्थित मेस्कर घाट को भी दर्शनीय छटा प्रदान की जाएगी। पर्यटन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 की कार्ययोजना में इन सभी सात परियोजनाओं पर काम करना तय किया है। 

शहर में कई मंदिर गौरवमयी इतिहास, संस्कृति, स्थापत्य कला एवं अन्य विशेषताओं के कारण अद्वितीय हैं। इन्हें संसाधन और सुविधाएं बढ़ाकर बहुउद्देशीय आध्यात्मिक पर्यटन स्थलों में बदला जा सकता है। पर्यटन विभाग ने कार्ययोजना के तहत चिह्नित छह मंदिरों में फसाद लाइट लगाने, यात्री सुविधाएं बढ़ाने, शुद्ध पेयजल, सुलभ शौचालय, सोलर लाइट, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। 

योजना के कार्यान्वयन के लिए उप निदेशक पर्यटन लखनऊ और कानपुर मंडल डॉ. कल्याण सिंह ने डीएम को पत्र लिखकर मंदिरों की भूमि की खसरा, खतौनी की प्रतिलिपि, मंदिर का मानचित्र, भू-स्वामी व संस्था का नाम और एनओसी मांगी है, ताकि उनका विभाग के पास उपलब्ध अभिलेखों से मिलान किया जा सके। 

इसी क्रम में पर्यटन विभाग ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर सीसामऊ विधान क्षेत्र के अंतर्गत श्रीराधा कृष्ण मंदिर और आर्यनगर विधानसभा में स्थित श्रीराधा कृष्ण मंदिर, बाबा घाट परमट के राजस्व भू-अभिलेख पहले मांगे हैं। 

किस विधान सभा क्षेत्र में किस मंदिर पर होगा काम

बिल्हौर में खेरेश्वर महादेव मंदिर, सीसामऊ में राधा कृष्ण मंदिर, आर्यनगर में शक्तिपीठ राधाकृष्ण शिव मंदिर, किदवई नगर क्षेत्र में बाराह देवी मंदिर, महाराजपुर में रावज देवी मंदिर एवं तालाब का पर्यटन विकास, घाटमपुर के पिसनारिन मठ व मां भद्रकाली मंदिर का पर्यटन विकास तथा कैंट क्षेत्र में गंगा किनारे स्थित मेस्कर घाट।

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