पीलीभीत: बिटिया का हत्यारोपी पिता बोला - बहुत समझाया, नहीं छोड़ रही थी लड़के संग जाने की जिद.. इसलिए मार डाला

पीलीभीत: बिटिया का हत्यारोपी पिता बोला - बहुत समझाया, नहीं छोड़ रही थी लड़के संग जाने की जिद.. इसलिए मार डाला

पीलीभीत/बीसलपुर, अमृत विचार: पत्नी की मौत के बाद दहेज हत्या में आठ साल तक जेल में बंद रहने के बाद बाहर निकले राजीव ने अपनी पुत्री की परवरिश की जिम्मेदारी संभाल ली थी। उसे पढ़ा भी रहा था। बताते हैं कि चाचा ने भी भतीजी के भरण पोषण की जिम्मेदारी संभालने की बात कहते हुए अभी तक खुद शादी नहीं की। मगर, जिस बिटिया के भरण पोषण की जिम्मेदारी दोनों निभा रहे थे, अब उसी की हत्या के आरोपी बन गए हैं।

गुनाह सिर्फ ये था कि परिवार के विरोध के बाद भी उसने साथी छात्र से बातचीत बंद नहीं की। हत्यारोपी पिता और चाचा की मानें तो पहले वह इसे लेकर समझाते रहे और जब ऐसा लगा कि वह उसी के साथ न चली जाए तो हत्या कर डाली। फिलहाल पुलिस विवेचना में जुट गई है। हत्या में इस्तेमाल चुन्नी और डीजल की केन भी बरामद कर ली गई है।

बता दें कि आठ मार्च को बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कनगवां निवासी राजीव कुमार ने अपनी सत्रह वर्षीय पुत्री सीमा जोकि इंटरमीडिएट की छात्रा थी, उसको बहला फुसलाकर ले जाने के आरोप में अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने विवेचना शुरू की तो पिता और चाचा की ओर से बताई गई कहानी झूठी निकली।

सर्विलांस की मदद से जुटाए गए साक्ष्य भी एफआईआर की कहानी से हटकर इशारा कर गए। जिसके बाद पुलिस ने बुधवार को दोनों को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। फिर पिता द्वारा चाचा संग मिलकर की गई इकलौती पुत्री की हत्या का खुलासा हो गया। शव भी गांव के बाहर अमेड़ी नदी किनारे से बरामद कर लिया गया था।

पुलिस के अनुसार पूछताछ के बाद वजह के तौर पर यही सामने आया कि सीमा एक साथी छात्र से बातचीत किया करती थी। जिसका आरोपी पिता और चाचा लगातार विरोध कर रहे थे। उस पर निगरानी भी बढ़ा दी गई थी। छह मार्च की रात को पिता और चाचा सीमा को इसी को लेकर समझाते रहे कि वह लड़के से बात न करे।

मगर वह उसी लड़के पास जाने की जिद कर रही थी। इसी दौरान इतनी बात बढ़ गई कि पिता राजीव ने चाचा संजय की मदद से चुन्नी से पहले गला दबाकर हत्या की और फिर डीलन से शव को जलाया। रात में ही उसे अमेड़ी नदी किनारे गड्ढा खोदकर महातिया घाट के पास दफना भी आए थे।

पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर चुन्नी और डीजल की प्लास्टिक केन भी साक्ष्य के तौर पर बरामद कर कब्जे में ले ली। गुरुवार दोपहर को पुलिस लाइन सभागार में एसपी अविनाश पांडेय ने घटना का खुलासा किया। जिसके बाद दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

बता दें कि 2008 में आरोपी पिता राजीव पत्नी की मौत के बाद दहेज हत्या के मुकदमे में भी जेल में बंद रहा था। आठ साल बाद 2016 में बाहर निकला था। बताते हैं कि इसके बाद वह बेटी के भरण पोषण पर ध्यान देने लगा था। पिता ही नहीं चाचा की भी सीमा लाडली थी। अब वहीं पिता और चाचा उसका काल बन गए। इसे लेकर भी चर्चाएं गांव में होती रही।

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