पीलीभीत: आरोपी के भाई से मारपीट करने में घिरी दबिश देने गई हजारा पुलिस, जानिए पूरा मामला
पूरनपुर, अमृत विचार। वन विभाग की ओर दर्ज कराई गई एफआईआर के आरोपी को पकड़ने गई पुलिस टीम पर मारपीट के आरोप लगे हैं। आरोपी के भाई के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए उसके परिवार ने सीओ पूरनुपर से शिकायत की है। ये भी बताया कि पुलिस टीम झूठे मुकदमें में जेल भेजने की धमकी दे रही थी। सीओ ने जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। उधर, युवक की हालत बिगड़ने पर सीएचसी भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार थाना हजारा क्षेत्र के गांव टाटरगंज के रहने वाले हिम्मत सिंह ने बताया कि उसके घर बुधवार सुबह करीब पांच बजे कंबोज नगर चौकी पुलिस ने दबिश दी। उस दौरान वह घर के अंदर चारपाई पर सो रहे थे। पुलिस ने उसे चारपाई से उठाया और उसके भाई जोगा सिंह के बारे में पूछा। जोगा सिंह पर बीते दिनों वन अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी।
जब बताया कि जोगा सिंह अलग दूसरे घर में रहते हैं। आरोप है कि पुलिसकर्मी भड़क गए और गाली गलौज शुरू कर दी। उनके साथ मारपीट कर गई। घर से खींचकर सड़क पर लाए और लात घूंसे और जूतों से पीटा। शोर पर परिवार के अन्य सदस्य व पड़ोसी जमा हो गए। उन्होंने किसी तरह बचाया। पुलिस कर्मियों ने शिकायत करने पर झूठे मुकदमे में जेल भेजने की भी धमकी दी और चले गए। परिजन हिम्मत सिंह को सीएचसी पूरनपुर लेकर आए। आरोप है कि पुलिस ने उसका मेडिकल परीक्षण तक नहीं कराया। फिर सीओ से शिकायत की गई। सीओ आलोक सिंह ने बताया कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसी आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
24 घंटे में पुलिस से जुड़ी दूसरी घटना आई सामने
24 घंटे के भीतर सर्किल पूरनपुर में पुलिस से जुड़ी मारपीट की दूसरी घटना सामने आई है। एक दिन पूर्व मंगलवार को कोतवाली पूरनपुर में कारगिल शहीद की बेटी और महिला दरोगा के बीच मारपीट हो गई थी। इसमें शहीद की बेटी ने रिश्वत न देने पर महिला दरोगा पर मारपीट करने का आरोप लगाया था। हालांकि पुलिस ने महिला दरोगा की ओर से एफआईआर दर्ज करते हुए उक्त महिला का शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया था।
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