Kannauj: प्रभारी प्रधानाचार्य को हटाया तो फूट-फूटकर रोए बच्चे; पैर पकड़ कर करते रहे मिन्नतें, देखें- VIDEO

Kannauj: प्रभारी प्रधानाचार्य को हटाया तो फूट-फूटकर रोए बच्चे; पैर पकड़ कर करते रहे मिन्नतें, देखें- VIDEO

कन्नौज, अमृत विचार। कई शिक्षकों को तरह-तरह की आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है लेकिन पं. दीनदयाल उपाध्याय मॉडल इंटर कॉलेज जसोदा में ज्यादातर छात्र-छात्राओं की आंखें नम थीं। बच्चे, शिक्षक, अभिभावक व कर्मचारी भी भावुक थे। करीब छह सालों में प्रभारी प्रधानाचार्य से यहां पढ़ने वाले बच्चे ऐसे घुल-मिल गए थे कि उनको यहां से हटाना किसी सदमे सा लगा और बच्चे बिलख-बिलख कर रोए। यह देखकर यहां के प्रभारी प्रधानाचार्य रहे शिवमोहन कुशवाहा भी रोने लगे। 

दरअसल, डीआईओएस डॉ. पूरन सिंह ने जसोदा के इस इंटर कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य शिवमोहन कुशवाहा से अतिरिक्त प्रभार ले लिया है। उनके स्थान पर इसी कॉलेज के वरिष्ठ प्रवक्ता विष्णुकांत गुप्त को प्रभारी बना दिया। इससे पहले कुशवाहा की तैनाती जीआईसी उमर्दा में थी। यहां भी वे प्रभारी प्रधानाचार्य थे। 

उसके बाद ही जसोदा के प्रथम सत्र वर्ष 2018 से अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया। उधर, 13 फरवरी को उनका समायोजन राजकीय माध्यमिक विद्यालय भंवरगाढ़ा में प्रधानाध्यापक पद पर हो गया। कॉलेज में जब वह चार्ज छोड़ने पहुंचे तो इसकी जानकारी छात्र-छात्राओं को हो गई। 

उनके कार्यालय से निकलते ही छात्र-छात्राएं उनके पास आए और बिलखने लगे। कक्षा 11 के छात्र गगन पाल ने तो उनके पैर पकड़ लिए और कॉलेज से न जाने की जिद की। कक्षा 10 की परीक्षा दे चुका छात्र आशीष भी गले लिपटकर रोने लगा। सूर्यकांत कुशवाहा भी आंसू पोछता रहा। छात्रा गुंजन, कुमकुम राजपूत व हर्षी शाक्या भी जोर-जोर से रो रहीं थीं। 

इस तरह रहा है शिवमोहन कुशवाहा का सफर

बताया गया है कि वर्ष 2017 में शिवमोहन कुशवाहा की तैनाती जीआईसी उमर्दा में प्रभारी प्रधानाचार्य पद पर हुई थी। उस दौरान 400 विद्यार्थी थे बाद में 600 हो गए। उसके बाद 2018 में जिला मुख्यालय कन्नौज से करीब 13 किमी दूर जसोदा कॉलेज का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया। जसोदा में 222 छात्रों के नामांकन से शुरुआत की थी जो अब 700 के करीब है। 

खुशमिजाज व शिक्षा के अच्छे माहौल बनाने के लिए करीब छह सालों में छात्र-छात्राएं प्रभारी प्रधानाचार्य की तारीफ करने लगे थे। दूसरी ओर 2020 में छात्र रहे आर्यन व आशीष का चयन सेना में हो गया। 18 मार्च को वह भी मिलने आए थे। बताया यह भी गया है कि बिल्हौर में वित्तविहीन शिक्षक और राम सहायक इंटर कॉलेज में सात महीने प्रवक्ता पद पर तैनाती के बाद हटने से वहां के भी छात्र-छात्राएं भावुक हो गए थे। कम स्टॉफ के बाद भी कॉलेजों को बेहतर ढंग से संचालित किया।  

पढ़ाई न करने का दिया अल्टीमेटम

छात्र-छात्राओं ने प्रभारी प्रधानाचार्य को वापस कॉलेज में भेजने की मांग की। छात्र-छात्राओं अभिषेक, यश, रमजान, उवैश, सोयल, माखन सिंह, असित, पुनीत, रविकेश, ललित यादव, गगन पाल, आशीष, प्रशांत, सूर्यकांत, नितिन सिंह, करन, वैष्णवी, गुंजन, हर्षी शाक्य, आकांक्षा, अंशिका, कुमकुम, प्रिया सिंह, कनिष्का, अनामिका, डोली आदि ने बताया कि यदि प्रभारी प्रधानाचार्य पद पर शिवमोहन कुशवाहा की तैनाती नहीं हुई तो वह आंदोलन करेंगे।

यह भी पढ़ें- Auraiya: कोर्ट ने सुनाई युवक को फांसी की सजा; नाबालिग साली से किया था दुष्कर्म, फिर उतारा था मौत के घाट